हिन्दू सो रहे हैं, इनके सिर पर काल मंडरा रहा है, जगाने की जरूरत है: जगत गुरू शंकराचार्य
पुरी गोबर्द्धनपीठ के पीठाधीश्वर जगत गुरू शंकराचार्य स्वामी निश्चलनानंद सरस्वती जी महाराज का कहना है कि 28 साल से आतंकवादी पुरी जगन्नाथ मंदिर पर हमला करने की योजना बना रहे हैं। मुंबई ताज होटल पर आतंकी आक्रमण की घटना में हमलावर समुद्र के रास्ते आए थे।
पुरी, जागरण संवाददाता। हिन्दू अब सो रहे हैं। इनके सिर पर काल मंडरा रहा है। हिन्दुओं को जागने की जरूरत है। मुंबई ताज होटल पर आतंकी आक्रमण की घटना में हमलावर समुद्र के रास्ते आए थे। समुद्री सीमा का उल्लंघन कर आतंकवादी पुरी में भी प्रवेश कर सकते हैं। 28 साल पहले से ही पुरी जगन्नाथ मंदिर को आतंकवादी नष्ट करने की योजना बना रहे हैं। यह जानकारी पुरी जिलाधीश को भी दी गई है। साढ़े तीन साल में पुरी को अध्यात्मिक राजधानी एवं भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना है। देवी सरस्वती की कृपा से यह मेरे मुख से निकला है। प्रभु श्री जगन्नाथ जी कृपा से यह निश्चित रूप से सफल होगा। गांव-गांव में आदित्य वाहिनी के संगठन को तेजी से बढ़ाना है। घर-घर में आदित्य वाहिनी का कार्यकर्ता बनाने की जरूरत है। पुरी गोबर्द्धनपीठ के पीठाधीश्वर जगत गुरू शंकराचार्य स्वामी निश्चलनानंद सरस्वती जी महाराज ने उपरोक्त बातें कही है।
शंकराचार्य द्वारा बनायी गई आदित्य वाहिनी एवं आनंद वाहिनी के ओडिशा प्रांतीय परिषद की बैठक में उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जगतगुरू शंकराचार्य ने यह बात कही है। दो दिवसीय इस बैठक व प्रशिक्षण शिविर में पुरी, भुवनेश्वर, खुर्दा, कटक, नयागड़, गंजाम, गजपति, रायगड़ा, नवरंगपुर, सोनपुर, बौद्ध, कंधमाल, सम्बलपुर, बरगड़, अनुगुल, जलेश्वर, बालेश्वर, भद्रक, ढेंकानाल आदि जगहों से 80 कार्यकर्ताओं ने इस बैठक एवं प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया था।
आदित्य वाहिनी के अंतर्राष्ट्रीय संयोजक हृषिकेश ब्रह्मचारी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा पूर्व प्रशासनिक सेवा अधिकारी हेमंत दास, राष्ट्रीय महामंत्री मातृप्रसाद मिश्र, पीठ परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष डा. प्रफुल्ल कुमार रथ, आदित्य वाहिनी के प्रांतीय अध्यक्ष पूर्ण चन्द्र खुंटिया, महासचिव सुभेन्दु शेखर स्वांई प्रमुख इस अवसर पर उपस्थित थे। डा. रथ ने स्वागत भाषण दिए जबकि आदित्य वाहिनी के महासचिव वार्षिक विवरण पढ़ा। इस अवसर पर आदित्य वाहिनी एवं आनंद वाहिनी तथा प्रांतीय पीठ परिषद के कार्यकर्ता के नाम घोषित किए गए। पीठ परिषद के निरीक्षक मार्ग दर्शक मंडली में डा. अमीय महापात्र को रखा गया है जबकि प्रांतीय अध्यक्ष के तौर पर डा. प्रफुल्ल कुमार रथ, उपाध्यक्ष के तौर पर तिरूपति महांति व महासचिव के तौर पर मनोज महापात्र तथा सचिव के तौर पर इंजीनियर प्रशांत आचार्य को नियुक्त किया गया है।