रथयात्रा को रथ लकड़ी अनुकुल
पुरी, जागरण संवाददाता
विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा के लिए परंपरा अनुसार शनिवार को शुभ अनुकूल महोत्सव अनुष्ठित हो गया है। पवित्र माघ शुक्ल पंचमी तथा बसंत पंचमी अवसर पर गजपति महाराज के श्रीनअर के सामने तथा श्रीमंदिर कार्यालय के सामने मौजूद रथखला में रथ निर्माण को आई लकड़ी का पूजा किया गया है। पारंपरिक विधि के अनुसार पूजा स्थल पर चुना पानी का छिड़काव कर 3 धउरा लकड़ी की पूजा की गई है। गजपति महाराज दिव्य सिंहदेव के राजगुरू व पुष्पालक प्रमुख मंत्र उच्चारण कर विधि कार्य सम्पादन किए। पूजा होने वाली उक्त तीन लकड़ी से महाप्रभु के रथ में गुज निर्माण किया जाएगा। यहां उल्लेखनीय है कि पहले रथ निर्माण के लिए नयागड़ जंगल से आने वाली 49 लकड़ी व शनिवार को आई 29 लकड़ को मिलाकर कुल 78 लकड़ीरथखला में पहुंच गई है। आगे पर्यायक्रम में रथखला व रथ लकड़ी आरा मशीन पर वन विभाग की तरफ से पहुंचाया जाएगा। सरस्वती पूजा को रथ लकड़ी अनुकूल के बाद राम नवमी को रथ लकड़ी की चिराई को अनुकूल किया जाएगा एवं अक्षय तृतीया तिथि में श्रीजीओं का रथ निर्माण कार्य अनुकुल करने का नियम है।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर