श्री विग्रहों की बहुड़ा यात्रा आज: श्रीक्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी; लाखों की संख्या में भक्तों का जमावड़ा
महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी की रथयात्रा की ही तरह बाहुड़ा यात्रा में भी लाखों की संख्या में भक्तों का समागम श्रीक्षेत्र धाम में होता है।
पुरी, जेएनएन। महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी एवं भाई बलभद्र, देवी सुभद्रा तथा सुदर्शन शुक्रवार को जन्म वेदी से रत्न वेदी के लिए रवाना होंगे। महाप्रभु के इस यात्रा को बाहुड़ा यात्रा कहा जाता है। रथयात्रा की ही तरह बाहुड़ा यात्रा में भी लाखों की संख्या में भक्तों का समागम श्रीक्षेत्र धाम में होता है। मौसी मां मंदिर पूरी रीति नीति में श्री विग्रहों की पहंडी विजे सम्पन्न होने के बाद गजपति महाराज के छेरापहंरा नीति सम्पन्न होने के बाद शुक्रवार को करीबन ढाई बजे श्री विग्रहों के तीनों रथों को सिंहद्वार के लिए खींचा जाएगा। इसके लिए श्रीक्षेत्र धाम में गुरुवार से ही सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए गए हैं।
पुरी केन्द्र प्रवेश करने वाले तमाम मार्ग पर वाहनों की जांच कर शहर के अन्दर छोड़ा जा रहा है। इसके अलावा समुद्र में कोस्टगार्ड के साथ सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। बाहुड़ा यात्रा में किसी प्रकार की असुविधा भक्तों को न हो सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। जानकारी के मुताबिक लगभग 10 हजार पुलिस बल के जवान सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहेंगे। इसके साथ ही लगभग 250 अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहेंगे। सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी आईजी सौमेन्द्र प्रियदर्शी के नेतृत्व में की जाएगी।
इससे पहले आज श्री विग्रहों के सध्या नवमी के अवसर पर सुबह 6 से शाम 7 बजे तक लाखों की संख्या में भक्तों ने चतुर्धा मूर्तियों के यज्ञ वेदी पर दर्शन किए हैं। शुक्रवार को बाहुड़ा यात्रा सम्पन्न होने के बाद शनिवार को महाप्रभु को रथ के ऊपर सोने के वेश में सजाया जाएगा। महाप्रभु के इस मनोरम वेश को देखने के लिए हर साल 15 से 20 लाख भक्तों का जमावड़ा होता है। इस साल भी मौसम अनुकुल होने से लाखों की संख्या में भक्तों के जमावड़ा होने का अनुमान किया जा रहा है।