इमारत बना भूल गए चिकित्सा सेवा भी देनी है
आम लोगों को चिकित्सा सेवा मुहैया करने के लिए सरकार की ओर से करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : आम लोगों को चिकित्सा सेवा मुहैया करने के लिए सरकार की ओर से करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। लेकिन उचित योजना व देखभाल के अभाव में लोग सुविधा से वंचित हैं। ग्रामीण विकास विभाग राउरकेला डिविजन द्वारा फर्टिलाइजर में 15 लाख रुपये की लागत से उप स्वास्थ्य केंद्र भवन का निर्माण किया गया पर अब तक इसे बंद रखा गया है। कोरोना संक्रमण काल में भी यह नहीं खुल पाया है।
जबकि जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी के कारण राउरकेला सरकारी अस्पताल, बणई अनुमंडल अस्पताल में ओपीडी सेवा को बंद कर दिया गया है। केवल गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को अस्पताल में जाने दिया जा रहा है। मामूली सर्दी बुखार आदि बीमारी का छोटे अस्पतालों में ही करने की सलाह दी जा रही है। दक्षिण राउरकेला हाथीबंधा में सोनापर्वत, इंदिरापाली, असुरछापल समेत आसपास के क्षेत्रों के लोगों को स्वास्थ्य सेवा मुहैया करने के लिए ग्रामीण विकास विभाग की सहायता से वर्ष 2012 में 15 लाख रुपये की लागत से उप स्वास्थ्य केंद्र भवन का निर्माण कराने के बाद स्वास्थ्य विभाग को हस्तांतरित किया गया है। यहां पानी, बिजली समेत सभी सुविधाएं हैं। लेकिन निर्माण के आठ साल बाद भी केंद्र नहीं खुलने से भवन असामाजिक तत्वों का अड्डा बना हुआ है।