दूसरे राज्यों से आए श्रमिक नहीं कर रहे कोरोना नियमों का पालन
कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर राज्य सरकार ने दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों पर पाबंदी लगा दी है। साथ ही अधिकारियों को दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों पर विशेष नजर रखने के निर्देश दी गई है। इसके बावजूद भी दूसरे राज्यों से लोगों का आना नहीं बंद हो रहा है।
संसू, झारसुगुड़ा : कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर राज्य सरकार ने दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों पर पाबंदी लगा दी है। साथ ही अधिकारियों को दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों पर विशेष नजर रखने के निर्देश दी गई है। इसके बावजूद भी दूसरे राज्यों से लोगों का आना नहीं बंद हो रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पश्चिम बंगाल से सबसे अधिक श्रमिक जिले में आ रहे हैं। वे अपने आने की सूचना भी प्रशासनिक अधिकारियों को नहीं दे रहे हैं। ऐसे में स्थानीय लोगों में संक्रमण को लेकर भय बना हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, चार-पांच दिन पहले ही पश्चिम बंगाल से 10 से 12 मिस्त्री व मजदूर कोलाबारा आए और सभी अलग-अलग स्थानों पर काम में लग गए। अब इनका पता ही नहीं चल पा रहा है, जबकि नियम अनुसार बाहर राज्य से आने वाले लोगों को सात दिन क्वारंटाइन में रहना जरूरी है। साथ ही उनको कोरोना टेस्ट भी कराना है। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही वे लोग जनबस्ती में जा कर काम कर सकते है। लेकिन कोलाबीरा ब्लाक अंचल में आने वाले लोगों के लिए कोई नियम कानून नहीं है। इस संबंध में कोलाबीरा पंचायत अधिकारी राजेश पाढ़ी से जब पूछा गया तो उन्होंने बताया की बाहरी राज्य से आने वाले लोगों के विषय में हमें देर से सूचना मिलती है। साथ ही वे लोग कहते है कि आने से पहले कि रिपोर्ट है। लेकिन वे रिपोर्ट नहीं दिखाते हैं। चार-पांच दिन पहले कुछ लोगों का गुरुवार को सामासिघा में कोराना टेस्ट कराया है। इधर, बीडीओ विजय कुमार साय से पूछने पर उन्होंने कहा की इस संबंध में निर्वाही अधिकारी को पूरी जानकारी देने के लिए कहा है। अंचलवासियों का कहना है कि इस तरह से बाहर से आने बाले लोगों की सही समय में जांच पड़ताल नहीं की गई तो फिर एक बार कोलाबीरा ब्लाक में कोरोना संक्रमण बढ़ेगा।