हेड कांस्टेबल फिरोज खान के साहस को सलाम करेगा रेलवे
हेड कांस्टेबल फिरोज खान ने अपनी जान की परवाह किए बिना टे्रन की एस-3 बोगी में चढ़कर सीट नंबर 71 के नीचे रखे बम भरे थैले को बाहर फेंककर यात्रियों की जान बचायी थी।
झारसुगुड़ा, जेएनएन। संबलपुर रेल मंडल के रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के हेड कांस्टेबल फिरोज खान को उनके साहसिक कार्य के लिए रेलवे उन्हें सम्मानित करेगा। स्थानीय रेल प्रशासन की ओर से इस संबंध में रेल मंत्रालय से सिफारिश की गई है।
उल्लेखनीय है कि विगत 27 अप्रैल की भोर 03:30 बजे धनबाद एलेप्पी एक्सप्रेस (डाउन) के यात्रियों का शोर सुनकर नगर स्टेशन में ड्यूटी में तैनात आरपीएफ के हेड कांस्टेबल फिरोज खान ने अपनी जान की परवाह किए बिना टे्रन की एस-3 बोगी में चढ़कर सीट नंबर 71 के नीचे रखे बम भरे थैले को बाहर फेंककर बड़ा हादसा टालने के साथ यात्रियों की जान बचायी थी।
अगर फिरोज ने हिम्मत नही दिखाई होती तो उस दिन झारसुगुड़ा रोड़ स्टेशन में बड़ी रेल दुर्घटना हो सकती थी। फिरोज के उक्त साहसिक कार्य के लिए लिए उन्हें सम्मानित किए जाने रेल विभाग ने रेल मंत्रालय से सिपारिश की है। इधर, शहर के बुद्धिजीवियों ने भी फिरोज के अदम्म साहस के लिए उन्हें सम्मानित करने की मांग उठाई है।
साहसिक व उल्लेखनीय कार्य के लिए हेड कांस्टेबल फिरोज खान को रेल विभाग की ओर से पदोन्नति दी जानी चाहिए। परिषद की ओर से फिरोज को सम्मनित किया जाएगा।
मनमोहन पांडे, आंचलिक विकास परिषद
ट्रेन में बम होने की सूचना मिलने के बाद उसे तुरंत बोगी से निकाल कर बाहर फेंकना अदम्य साहस का काम है। फिरोज खान ने इसे बाखूबी अंजाम दिया है। उन्होंने जो हिम्मत दिखाई, वह प्रशंसनीय है।उनका सम्मान होना चाहिए।
पी. राम मोहन राव, अधिवक्ता
अगर ट्रेन में उस दिन बम फट जाता तो भयंकर दुर्घटना हो सकती थी।मगर फिरोज ने समय रहते बम को ट्रेन से बाहर फेंककर बडी र्दुघटना को रोक दिया। रेल प्रशासन को उन्हें सम्मानित करना चाहिये।
पिंटू पाढ़ी, कांग्रेस
आरपीएफ जवान फिरोज ने अपने अदम्य साहस का परिचय देकर रेल यात्रियों की जान के साथ बड़ी दुर्घटना होने से बचाने के साथ कई सैकड़ों लोगों को मौत के मुंह मे जाने से बचा लिया। हम सभी को फिरोज से सबक लेना चाहिए।
अशोक मिश्रा
आरपीएफ के हेड कांस्टेबल फिरोज खान के बहादुरी भरे कार्य की जितनी प्रशंसा की जाय वह कम है। एक बड़ी दुर्घटना होने से उन्होंने लोगों की रक्षा की है। रेल प्रशासन को फिरोज को तुरंत पदोन्नति देनी चाहिए।
जी. रमना राव, सांसद प्रतिनिधि
हर कोई फिरोज खान के कार्य की प्रशंसा नही कर रहा है। उनके साहस के कारण ही एक बड़ी दुर्घटना टली है। फिरोज को राष्ट्रपति एवं राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित किए जाने के लिए रेल प्रशासन को सिफारिश करनी चाहिए।
तापस राय चौधरी, वरिष्ठ अधिवक्ता
खंगाला जा रहा सीसीटीवी
एलेप्पी एक्सप्रेस ट्रेन की एस-3 बोगी से बम भरा थैला मिलने के बाद से रेल प्रशासन समेत खुफिया एजेंसियों की नींद हराम है। रेल पुलिस एलेप्पी एक्सप्रेस (डाउन) रूट में पड़ने वाले टिटलागढ़, बलांगीर आदि स्टेशनों में लगे सीसीटीवी खंगालने में जुटी है। हालांकि अभी तक उसे कोई ठोस सबूत हाथ नहीं लगा है। रेल पुलिस के डीएसपी क्षीर सागर नायक ने सीसीटीवी कैमरों की जांच की पुष्टि की है। इसके साथ ही घटना के बाद की गई फोरेंसिक जांच व बम स्क्वॉयड दस्ते की जांच रिपोर्ट का भी आरपीएफ को इंतजार है।