फर्जी खाता खोलकर लाखों का कारोबार
जागरण संवाददाता, झारसुगुड़ा : जिले में फिर से एक बैंक में फर्जीवाड़ा का मामला प्रकाश में
जागरण संवाददाता, झारसुगुड़ा :
जिले में फिर से एक बैंक में फर्जीवाड़ा का मामला प्रकाश में आया है। एक निजी बैंक में बिना जानकारी के ही एक महिला का परिचयपत्र व अन्य प्रमाणपत्र का उपयोग कर उसके नाम पर बैंक खाता खोला गया। फिर इसके बाद उक्त खाते से ट्रांजेक्शन किया जाने लगा। इसकी जानकारी मिलने के बाद महिला ने झारसुगुड़ा थाने में एचडीएफसी बैंक के नाम एफआइआर दर्ज कराई है।
थाने में दर्ज एफआइआर के अनुसार जिले के लखनपुर ब्लॉक अंतर्गत बादीमाल गांव की उमा रोहिदास विवाह के बाद छत्तीसगढ़ में रह रही है। उमा के अनुसार उसने कभी झारसुगुड़ा के किसी बैंक में खाता नहीं खुलवाया है। बावजूद एचडीएफएसी बैंक में उसके नाम से एक जमा खाता है।
उक्त खाते से लाखों रुपये का कारोबार भी किया जा रहा है। वहीं उमा के घर बारंबार बैंक की ओर से नोटिस दिए जाने से वह झारसुगुड़ा अपने पति व पिता के साथ पहुंचकर झारसुगुड़ा थाने में एफआइआर दर्ज कराई। राजस्थान से चोरी हुए चेक से कारोबार किए जाने के समय फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। आरोप है कि राजस्थान के बहादुरगढ़ आराभली पावर प्रो. का एक चेक उमा के खाता में जमा हुआ। उक्त नंबर-5352723 में एक लाख 32 हजार 674 रुपये का था। उक्त चेक क्लीयरिंग के लिए पंजाब नेशनल बैंक में आया था मगर इसमें कुछ समस्या होने से स्टॉप पेमेंट कर दिया गया मगर थोड़ी से असावधानी से उक्त चेक पीएनबी से क्लीयर हो गया। 24 जनवरी क्लीयर होने के बाद ही तुरंत एटीएम से ही पहले 10 हजार फिर 25 जनवरी को 10 हजार रुपये निकाले गए। वहीं चेक के स्टॉप पेमेंट की सूचना पाने की घटना के बाद पीएनबी के अधिकारियों ने एचडीएफसी के मैनेजर से मुलाकात की और उक्त घटना के संबंध में बताकर उमा का खाता सीज करने व पैसा वापस करने का अनुरोध किया। मगर एचडीएफसी शाखा परिचालक ने उनकी बात तक नहीं सुनी। इस संबंध में जब एचडीएफसी बैंक की शाखा परिचालक से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने इस संबंध में कोई भी टिप्पणी करने से मना कर दिया।