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अवैध रूप से हो रही मिट्टंी कि खोदाई विभाग बना अनजान

झारसुगुड़ा जिले के कोलाबीरा तहसील के पतरापाली राजस्व सर्कल के अधीन आने वाले पतरापाली मौजा के एक खाली मैदान में गत 14 दिनों से करीब एक एकड़ जमीन से मिट्टंी की खोदाई की गई है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Apr 2021 06:51 PM (IST)Updated: Mon, 12 Apr 2021 06:51 PM (IST)
अवैध रूप से हो रही मिट्टंी कि खोदाई विभाग बना अनजान
अवैध रूप से हो रही मिट्टंी कि खोदाई विभाग बना अनजान

संसू, झारसुगुड़ा : झारसुगुड़ा जिले के कोलाबीरा तहसील के पतरापाली राजस्व सर्कल के अधीन आने वाले पतरापाली मौजा के एक खाली मैदान में गत 14 दिनों से करीब एक एकड़ जमीन से मिट्टंी की खोदाई की गई है। यहां देखने के बाद ऐसा लगता है। मानो यहां तालाब का निर्माण किया जाना है। यह जमीन पतरापाली राजस्व कार्यालय से मात्र एक किलो मीटर दूर जय हनुमान कारखाना के पूर्व में स्थित है। यह केल्हडामाल पंचायत के अधीन आता है। पहले यहां सरकार की ओर से जन कल्याण के लिए तालाब की खोदाई किए जाने कि चर्चा आम लोगों में थी। मगर उक्त जमीन में खोदाई के लिए सरकारी अर्थ का उपयोग नहीं होने की सूचना मिली है। कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए खोदाई करा रहे हैं। यहां दो मशीन की मदद से खोदाई कि जा रही है। मगर मिट्टंी कि खोदाई कौन व किस उद्देश्य से कर रहा है, इसकी सूचना नहीं मील पाई है। इस संबंध में केल्हडामाल पंचायत के कार्यपालक अधिकारी सुदाम चरण त्रिपाठी से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा की खुंतापाली मौजा में मिट्टंी कि खोदाई कि कोई सूचना उनके पास नहीं है। और ना ही मिट्टी कि खोदाई के लिए पंचायत कि ओर से किसी को भी एनओसी ही दी गई है। इस संबंध में पतरापाली राजस्व अधिकारी सुनीता बेहरा से पूछने पर उन्होंने कहा कि खुंतापाली मौजा के एक मैदान से माटी खोदे जाने कि सूचना उनके पास है। मगर किस ओर से व किस खाता नंबर से मिट्टंी की खोदाई कि जा रही है। वह उन्हें पता नहीं है। उन्होंने कहा की तहसीलदार कि बीना अनुमति के वहां माटी कि खोदाई किए जाने वाली जमीन से किसी भी प्रकार कि कोई रायल्टी वसूल नहीं कर सकती है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में तहसीलदार को सूचना है। विभागीय अधिकारियों के इस तरह के कार्य से सरकार को लाखों रुपये के राजस्व कि हानि हो रही है। स्थानीय लोगों ने इसकी उच्चस्तरीय जांच कराने कि मांग की है।

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