गुस्साए ग्रामीणों ने महिला वनकर्मियों को बंधक बनाया
कोलाबिरा वन क्षेत्र में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने दो महिला वनकर्मियों को बंधक बना लिया।
संवाद सूत्र, झारसुगुड़ा : कोलाबिरा वन क्षेत्र में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार की रात एक हाथी ने रघुनाथपाली पंचायत के पाइपाड़ा में छह घंटे तक उत्पात मचाया और छह मकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने अगले दिन नुकसान का आकलन करने पहुंचे दो महिला वनकर्मियों को बंधक बना लिया। इसकी खबर मिलते ही फॉरेस्टर पाइपाड़ा पहुंचे तथा ग्रामीणों को समझाकर एवं उचित मुआवजा का भरोसा दिया। तब जाकर करीब चार घंटे के बाद बंधक महिला वनकर्मियों को छोड़ा गया।
ग्रामीणों के अनुसार, गांव में शुक्रवार की रात करीब 8.30 बजे हाथी ने पहुंचकर उत्पात मचाना शुरू किया। वनविभाग को खबर देने के बावजूद काफी देर से वनकर्मी पहुंचे। तब तक हाथी गांव के महेश सिदार, साहेब अमात, गुलू देहुरी, वृंदावन चांद, विक्रम भैंसा तथा तपस्विनी पोढ़ के घर को तोड़ चुका था। गांववालों ने किसी तरह एकजुट होकर हाथी को रात के करीब 11.30 बजे गांव से बाहर खदेड़ा। इसी से गुस्साए ग्रामीणों ने शनिवार की सुबह दो महिला वनकर्मियों के गांव पहुंचने पर उन्हें बंधक बना लिया था। फॉरेस्टर ने गांव पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने के साथ डीएफओ से भी उनकी बातचीत करायी। जिसमें नुकसान की भरपाई जल्द से जल्द करने समेत बकाया राशि का भुगतान भी जल्द कराने का भरोसा मिलने के बाद ग्रामीणों ने वनकर्मियों को मुक्त किया।