पांच साल से भटक रहे विस्थापितों ने डीएम से मांगा पुनर्वास
नगरपालिका अंतर्गत आने वाले झोपडीपारा को रेल लाईन विस्तार के लिए वहां से वर्ष 2014 में 131 परिवारों को विस्थापित कर दिया गया था।
संवाद सूत्र, झारसुगुडा़ : नगरपालिका अंतर्गत आने वाले झोपडीपाड़ा के 131 परिवारों को रेललाइन विस्तार के लिए वर्ष 2014 में विस्थापित कर दिया गया था। तत्समय प्रभावितों को आश्वासन दिया गया था कि उनका अन्य स्थान पर पुनर्वास किया जाएगा। लेकिन अब तक प्रभावित यहां-वहां रहने को विवश हैं और निरंतर विभिन्न फोरम में अपनी आवाज उठाते रहे हैं। इसके बावजूद आज तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है। आम चुनाव के दौरान इन परिवारों को जल्द ही पुनर्वास किए जाने का आश्वासन मिला था लेकिन हुआ कुछ नही। जिला ग्राम्य उन्नयन संस्था परिसर में तत्कालीन विधायक वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक में इन विस्थापितों के पुनर्वास के लिए एक प्रस्ताव भी ग्रहण किया गया था। तहसीलदार, पालिका के र्निवाही अधिकारी सहित प्रशासनिक आधिकारियों ने इस बैठक में 15 अप्रैल तक जमीन अधिग्रहण का काम पूरा कर सभी 131 परिवारों, विद्यालय व आंगनबाड़ी केंद्र भवन का निर्माण कराने पर चर्चा की थी। तत्कालीन जिलाधीश विभूति भूषण पटनायक द्वारा भी 15 अप्रैल तक जमीन अधिग्रहण का आश्वासन दिए जाने के बाद 26 अप्रैल को विस्थापितों को लेकर ओडिशा बस्ती बासिदा संघ का गठन कर उनके पुनर्वास के लिए तीन स्थानों की पहचान की गई थी। इनमें से एक जगह प्रभावितों को बसाने का आग्रह किया गया था। लेकिन अब तक कोई पहल नहीं होने से प्रभावितों ने जिलाधीश सरोज कुमार श्यामल से मुलाकात कर उन्हें अपनी समस्या से अवगत कराने के साथ पुनर्वास कराने की मांग की है।