50 लाख की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़, बेराजगारों को फंसाते थे जाल में
वेदांत लिमिटेड में नौकरी दिलाने के नाम पर 50 लाख रुपये की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है।
झारसुगुड़ा, जेएनएन। बड़माल पुलिस ने वेदांत लिमिटेड में नौकरी दिलाने के नाम पर 50 लाख रुपये की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार करने के बाद सभी को गुरुवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। पुलिस ने एक युवक की शिकायत
पर जाल बिछाकर बुधवार की शाम करीब पांच बजे कंपनी गेट के पास रुपये लेने के दौरान पुलिस की टीम ने दबिश देकर गिरोह के चार सदस्यों को दबोच लिया। पुलिस ने इनके पास से 50 हजार रुपये, 50 बेरोजगारों का बायोडाटा, हाईटेक पीआर कंपनी का बैनर, चार मोबाइल फोन, एक मारुति स्विफ्ट डिजायर कार जब्त किया है। पुलिस ने बताया कि इस गिरोह ने करीब 100 बेरोजगारों से वेदांत कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर प्रत्येक से 40 से 50 हजार रुपये की रकम ऐंठी थी। ओडिशा व झारखंड राज्य के बेरोजगार युवा ठगी का शिकार हुए हैं।
ठगी करने वालों में झारखंड का एक व्यक्ति
गिरफ्तार आरोपितों में झारखंड के पूर्र्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला थानांतर्गत एदेलबेड़ा गांव का रहने वाला जयंत रजक भी शामिल है, जबकि अन्य आरोपितों में ईएसआइ चौक, ब्रजराजनगर का रहने वाला रंजन महानंद उर्फ तृप्ति, कालाहांडी के पोदखान (थाना केसिंग) का रहने वाला प्रलय नंद और कालाहांडी के एमण रामपुर निवासी महेश्वर पटनायक शामिल है।
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बेरोजगारों को फोन कर जाल में फंसाते थे ठग
पुलिस ने बताया कि ओडिशा के कालाहांडी के रहने वाले सुनील कुमार सिंह ने बड़माल थाने में वेदांत लिमिटेड में नौकरी के नाम पर ठगे जाने की शिकायत 16 अगस्त को की थी। उनसे शिकायत में बताया था कि गत चार जुलाई को किसी रंजन महानंद व जयंत रजक ने उनसे फोन पर संपर्क साधा था। बातचीत में 40 हजार रुपये देने से वेदांत लिमिटेड मे नौकरी दिलाने की बात कही। इस पर सुनील ने उसी दिन झारसुगुड़ा़ पहुंचकर वेदांत लिमिटेड के गेट के पास इन दोनों को 25 हजार रुपये दिए थे।