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बोयल यात्रा में उमड़ा श्रद्धालुओं का हुजूम

समलेश्वरी मंदिर, राजपुर में जारी 16 दिवसीय शारदीय पूजनोत्सव मंगलवार की रात बोयल यात्रा के साथ संपन्न हो गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Oct 2018 09:25 PM (IST)Updated: Wed, 24 Oct 2018 09:25 PM (IST)
बोयल यात्रा में उमड़ा श्रद्धालुओं का हुजूम
बोयल यात्रा में उमड़ा श्रद्धालुओं का हुजूम

संसू, ब्रजराजनगर : समलेश्वरी मंदिर, राजपुर में जारी 16 दिवसीय शारदीय पूजनोत्सव मंगलवार की रात बोयल यात्रा के साथ संपन्न हुआ। मंदिर के राज पुरोहित प्रदीप पाटजोशी द्वारा मां समलेश्वरी एवं अन्य देवी-देवताओं की विधि पूर्वक पूजा करने के उपरांत बरुआ के शरीर में देवी शक्ति का संचार किया गया एवं उसे देवगांव, मझियापाड़ा होते हुए सरगीमाल गांव ले जाया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मशाल लेकर गाजे-बाजे के साथ बरुआ के साथ रहे। पूरे राजपुर गांव का भ्रमण करने के बाद बरुआ वापस समलेश्वरी मंदिर पहुंचा। यहां राजपुरोहित ने मंत्रोचार के माध्यम से उसमें प्रवेश देवी शक्ति को विदा किया और पुन: मां समलेश्वरी, दक्षिण काली, महामाया, बाट मंगला, बाट भैरव, बंजारी तथा खंबेश्वरी आदि देवी-देवताओं की विधि पूर्वक पूजा की गई।

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उल्लेखनीय है कि राजपुर की 16 दिवसीय शारदीय पूजा पश्चिम ओडिशा में विख्यात है। इस पूजा का शुभारंभ महाराजा बलियार ¨सह के वंशज राज ¨सह द्वारा करीब 300 साल पहले किया गया। राज परिवार के वंशजों द्वारा आज भी इस परंपरा को जारी रखा गया है एवं 16 दिवसीय शारदीय पूजा तथा पूर्णिमा को बोयल यात्रा पूरे उत्साह के साथ मनायी जाती है।


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