महाप्रभु के रत्न भंडार की फिर हो सकती है जांच
जांच के समय पता चला है कि रत्नभंडार की दीवार एवं छत दोनों कमजोर हो गए हैं। बीम और छत मे दो जगहों पर दरार दिखाई दी थी।
भुवनेश्वर, जेएनएन। बारिश के दिनों में एक बार फिर महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी के रत्नभंडार की जांच हो सकती है। किन जगहों से पानी का रिसाव हो रहा है, यह जानने के लिए बारिश के दिनों में जांच की जा सकती है। यह जानकारी पुरी के जिलाधीश अरविन्द अग्रवाल ने दी है। जिलाधीश ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बाहर भंडार में जाला आदि को उन्होंने खुद साफ किया।
जांच के समय पता चला है कि रत्नभंडार की दीवार एवं छत दोनों कमजोर हो गए हैं। बीम और छत मे दो जगहों पर दरार दिखाई दी थी। जिलाधीश ने बताया कि भीतर रत्न भंडार की चाबी ट्रेजरी में जमा नहीं की गई है। वहीं, श्रीमंदिर के मुख्य प्रशासक प्रदीप जेना ने कहा है कि प्रतिनिधि दल भीतर भंडार की स्थिति जांच करना चाहता था। प्रतिनिधि दल बाहर से ही स्थिति की जांच कर संतुष्ट हो गए थे। ऐसे में भीतर को खोलकर हम भक्तों की भावना को ठेस नहीं पहुचाना चाहते हैं। जेना ने कहा है कि जो चाबी प्रशासन के पास है, उसका कभी व्यवहार नहीं हुआ है, ऐसे में यह नहीं कहा जा सकता है कि यह चाबी रत्न भंडार की नहीं है।