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जिदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी को इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस की मान्यता

ओपी जिदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी को मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार ने इंस्टीटयूट ऑफ एमिनेंस की मान्यता दी है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Sep 2019 04:27 PM (IST)Updated: Thu, 19 Sep 2019 04:27 PM (IST)
जिदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी को इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस की मान्यता

जेएनएन, भुवनेश्वर : ओपी जिदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी को मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार ने इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस की मान्यता दे दी है। इसके साथ ही यह यूनिवर्सिटी देश के टॉप-10 निजी विश्वविद्यालयों की सूची में शामिल हो गई है और अब यह पूरी तरह विनियामक नियंत्रण से मुक्त होकर पूर्ण स्वायत्त विश्वविद्यालय के रूप में संचालित हो सकेगी। मानव संसाधन मंत्रालय ने मंगलवार को नई दिल्ली में इसकी घोषणा की।

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इस उपलब्धि पर ओपी जिदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के संस्थापक कुलाधिपति एवं संरक्षक नवीन जिदल ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए भारत सरकार और मानव संसाधन विकास मंत्रालय का देश में अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए किए जा रहे प्रयासों को सम्मानित करने पर आभार जताया है। उन्होंने कहा कि जिदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी की स्थापना मेरे पिता ओपी जिदल की याद में देश और दुनिया के युवाओं को नई संभावनाएं उपलब्ध कराने वाले शैक्षणिक संस्थान के तौर पर की गई थी। उत्कृष्टता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता हमारे दृष्टिकोण और लक्ष्य में अंतर निहित है। स्थापना के दस वर्षों के भीतर ही इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस की मान्यता संस्थान के अनुभवी प्राध्यापकों, प्रतिबद्ध कर्मचारियों और जिज्ञासु छात्र-छात्राओं के अभूतपूर्व योगदान के कारण ही संभव हुई है। इससे विश्वविद्यालय के विस्तार और उत्कृष्टता व नवाचार को बढ़ावा देने की दिशा में नई संभावनाएं पैदा होंगी। यह राष्ट्र निर्माण की दिशा में हमारी यात्रा के नए युग की घोषणा है।

यूनिवर्सिटी के संस्थापक कुलपति प्रोफेसर डॉ. सी राजकुमार ने कहा कि इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस के रूप में मान्यता हमें विश्वविद्यालय की दसवीं वर्षगांठ के दौरान मिली है। हमारी पूरी टीम संस्थान को टॉप ग्लोबल यूनिवर्सिटी बनाने के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस की मान्यता हासिल करने के लिए प्रतिबद्धता से जुटी हुई थी। उन्होंने दूरदर्शी नेतृत्व और प्रेरक योगदानों के लिए कुलाधिपति नवीन जिदल का आभार प्रकट किया। कहा कि उन्होंने शैक्षणिक स्वतंत्रता और संस्थागत स्वायत्ता के साथ समाज के लिए एक बड़ा योगदान देते हुए इस विश्वविद्यालय की स्थापना की थी। उन्होंने भारत सरकार, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और अधिकार प्राप्त विशेषज्ञ समिति को संस्थान की क्षमताओं पर विश्वास जताने के लिए आभार ज्ञापित किया।

उल्लेखनीय है कि देश की राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सोनीपत में स्थित ओपी जिदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने व‌र्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में शामिल होने के लिए 15 वर्षों की विस्तृत और महत्वाकांक्षी योजना तैयार की है। जुलाई 2019 में विश्वविद्यालय को क्यूएस द्वारा दुनिया की टॉप-150 यंग यूनिवर्सिटी की सूची में जगह दी गई थी, जिनकी स्थापना को 50 वर्ष से कम समय हुआ है। जिदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी इस सूची में शामिल की गई देश की इकलौती प्राइवेट यूनिवर्सिटी है।


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