इनहेलर थेरेपी सर्वश्रेष्ठ उपाय : डॉ. दास
आधुनिक जीवन शैली के चलते लोग गंभीर बीमारी का शिकार होते जा
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : आधुनिक जीवन शैली के चलते लोग गंभीर बीमारी का शिकार होते जा रहे हैं। मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग की तरह ही श्वास रोग एक गंभीर समस्या बनकर उभरी है। श्वास रोग शहरों में काफी तेजी से अपने पैर पसार रहा है। यही वजह है कि राजधानी भुवनेश्वर में श्वास रोगियों की संख्या 1 लाख तक पहुंच गयी है।
शुक्रवार को विश्व अस्थमा दिवस के मौके पर श्वास संबंधित बीमारी एवं निराकरण विषयक जागरूकता कार्यशाला में भाग लेते हुए विशेषज्ञों ने यह बात कही। डॉ. मनोरंजन दास एवं डॉ. शुश्रत दास ने बताया कि श्वास रोग बढ़ने का सबसे बड़ा कारण वाहनों की बढ़ती संख्या है। विकास के नाम पर पेड़ों की कटाई की जा रही है। धूल, ठंडा, नाक से पानी बहना, घरेलू पशुओं के बाल या वायु प्रदूषण श्वास रोग के अनेक कारण हैं। उन्होंने बताया कि अचानक खुशी हो जाना या फिर अचानक दुखी हो जाने जैसे क्षणिक उत्तेजना के चलते भी श्वास रोग बढ़ रहा है। इस रोग से पीड़ित होने वालों में वरिष्ठ नागरिकों की संख्या जहां 10 से 15 प्रतिशत है तो वहीं शिशुओं की संख्या भी 5 से 10 प्रतिशत तक पहुंच गई है। भुवनेश्वर में श्वास रोगियों की संख्या इस समय लगभग 1 लाख तक पहुंच गई है। डॉक्टरों ने बताया कि श्वास रोग पर पूर्ण नियंत्रण हासिल किया जा सकता है। एक रोगी सामान्य जीवन जी सकता है। श्वास रोग के लिए इनहेलर थेरेपी सर्वश्रेष्ठ उपाय है जो रोगी के फुसफुस में सीधा पहुंचने के साथ काम करना शुरू कर देता है।