Jharsuguda में 620 मेगावाट के दो प्लांट की होगी स्थापना, आईबी थर्मल प्लांट का होगा विस्तार
ओडिशा के अधीन आने वाले आईबी थर्मल प्लांटों का विस्तार किया जाएगा। इसमें 620 मेगावाट प्लांट की स्थापना की जाएगी। इसके लिए 10 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। आगामी दिनों में शिल्प उद्योग के लिए बिजली की आवश्यक्ता को भी पूरा किया जा सकेगा।
झारसुगुड़ा, संवाद सूत्र। ओडिशा के अधीन आने वाले आईबी थर्मल प्लांटों का विस्तार किया जाएगा। इसमें 620 मेगावाट प्लांट की स्थापना की जाएगी। इसके लिए 10 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
इससे राज्य सरकार को निर्विरोध बिजली मिलेगी और आगामी दिनों में शिल्प उद्योग के लिए बिजली की आवश्यक्ता को भी पूरा किया जा सकेगा। उक्त बातें ओडिशा पावर ग्रिड कॉरपोरेशन (ओपीजीसी) द्वारा कही गई है।
ओपीजीसी के संचालन निर्देशक प्रशांत कुमार महापात्र ने कहा कि ओपीजीसी पहले से ही नुकसान में चल रहा था, मगर अब यह लाभ में आ गया है।
1 हजार करोड़ रुपए हो चुका है लाभ
चालू वित्तीय वर्ष में यह एक हजार करोड़ रुपये लाभ कमा चुका है। राज्य में समग्र विद्युत की आवश्यकता पीक आवर में 5 हजार 4 सौ मेगावाट में से ओपीजीसी केवल 30 प्रतिशत ही पूरी करती है।
वर्तमान में ओपीजीसी की उत्पादन क्षमता 2740 मेगावाट है। मगर यह वर्तमान में 2540 मेगावाट ही उत्पादित कर रही है। यहां पर दो यूनिट थी वह 19 वर्षों से निर्विरोध बिजली उत्पादन कर रही थी।
3 हजार 60 मेगावाट हो जाएगी क्षमता
मगर इसका अवधी वर्ष 2026 तक ही है, इसलिए इसे आगामी 15 वर्ष तक चलाने के लिए योजना की गई है।आगामी दिनों इसका विस्तार कर 620 मेगावाट की दो युनिट और लगाई जाएगी, जिससे इसकी क्षमता 3 हजार 60 मेगावाट हो जाएगी।
इसी के साथ ग्रीन एनर्जी योजना में ओपीजीसी 428 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट की स्थापना करेगी। पहले चरण में 60 यूनिट के प्लांट की स्थापना की जाने की जानकारी ओपीजीसी के संचालन निर्देशक महापात्र ने कही है।