श्रीमंदिर में सेवक संख्या का मामला गरमाया, संचालन कमेटी ने दी सामूहिक इस्तीफे की चेतावनी
श्रीमंदिर में महाप्रभु श्री जगन्नाथ की सेवा पूजा संपादन के लिए सेवकों की संखया घटाने पर सुप्रीमकोर्ट के हलफनामे के बाद संचालन कमेटी ने सामूहिक इस्तीफे की चेतावनी दी है।
पुरी, जेएनएन। श्रीमंदिर में महाप्रभु श्री जगन्नाथ की सेवा पूजा संपादन के लिए मात्र 36 सेवक की जरूरत है। सुप्रीमकोर्ट में कुछ ऐसा ही हलफनामा श्रीमंदिर प्रशासन की तरफ से दाखिल किए जाने का मामला सामने आने के बाद संचालन कमेटी ने सामूहिक इस्तीफा देने की चेतावनी दी है।
भीतर सेवायत निजोग कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में श्रीमंदिर संचालन कमेटी के अनंत तिआड़ी, माधव पूजापंडा, माधव महापात्र की मौजूदगी में वरिष्ठ सदस्य तलुच्छ नीलकंठ महापात्र ने कहा कि इस संदर्भ में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। बिना सहमति के इस तरह का सत्यपाठ (हलफनामा) दाखिल किया जाना दुर्भाग्यजनक है। उन्होंने कहा कि श्रीमंदिर में संस्कार के लिए मान्यवर सुप्रीमकोर्ट ने 12 अंतरिम आदेश दिया है।
इस आदेश में सेवायत संख्या कम करने का भी उल्लेख था। हालही में ऑमिक्स क्यूरी जब श्रीमंदिर परिदर्शन में आए थे उस समय यह प्रसंग उठा था। मगरश्रीमंदिर संचालन कमेटी सेवायत संख्या कम करने के पक्ष में नहीं थी।
इस संदर्भ में कमेटी ने ऑमिक्स क्यूरी तथा श्रीमंदिर प्रशासन के पास भी अपना विचार रखा था। श्रीमंदिर प्रशासन महाप्रभु की सेवा पूजा के लिए 36 सेवायत जरूरी होने की बात को दर्शा कर श्रीमंदिर सभी सेवक समाज को निंदित किया है।
श्रीमंदिर प्रशासन संचालन कमेटी का बिना कोई मत लिए हलफनामा में संचालन कमेटी सहमत होने की बात करना दुर्भाग्यजनक है। हलफनामा दाखिल के बारे में संचालन कमेटी को कोई जानकारी नहीं है। इसका संचालन कमेटी विरोध करती है। महापात्र ने कहा कि आगामी संचालन कमेटी की बैठक में तमाम प्रसंग उठाए जाएंगे।
यदि जरूरत पड़ी तो संचालन कमेटी के सदस्य सामूहिक इस्तीफा देंगे और पुरी के सेवायत समाज श्रीमंदिर प्रशासन को असहयोग करेंगे। वहीं श्रीमंदिर प्रशासन का कहना है कि संचालन कमेटी की सहमति से यह हलफनामा सर्वोच्च न्यायालय में दाखिल किया गया है। उल्लेखनीय है कि श्रीमंदिर में दैनिक 26 प्रकार की सेवा के लिए 120 सेवकों को नियोजित किया गया है। करीब 2500 सेवक महाप्रभु की सेवा कार्य के लिए नियोजित हैं।