अध्यापक को महंगा पड़ा तहसीलदार से दुर्व्यवहार, पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल
ओडिशा के कंधमाल जिला अन्तर्गत बालीगुड़ा थाना क्षेत्र में तहसीलदार के साथ दुर्व्यवहार करना एक अध्यापक को महंगा पड़ा दरअसल ये अध्यापक कोरोना नियमों का उल्लंघन कर रहा था।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। कोरोना महामारी पूरे देश एवं दुनिया के लिए चिंता का सबब बनी हुई है। इस महामारी को नियंत्रण में लाने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार ने कई तरह के नियम कानून लागू किया है, ताकि इस महामारी को फैलने से रोका जा सके। सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि कोई नियम का उल्लंघन करता है तो फिर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। बावजूद इसके कुछ लोग नियम का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे हैं और ऐसे लोगों से पुलिस प्रशासन भी सख्ती से निपट रहा है।
ऐसा ही एक वाकया ओडिशा के कंधमाल जिला अन्तर्गत बालीगुड़ा थाना क्षेत्र में हुआ है। यहां नियम का उल्लंघन करने वाले एक अध्यापक को तहसीलदार के साथ दुर्व्यवहार करना महंगा पड़ गया। तहसीलदार के साथ दुर्व्यवहार करने वाले बालीगुड़ा आदिवासी महाविद्यालय के अध्यापक तेजेश्वर नायक को जेल भेज दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक जिले के कंधमाल जिले के बालीगुड़ा थाना अन्तर्गत मुंडासाही में रहने वाले अध्यापक तेजेश्वर नायक के घर पर पिछले शनिवार को चार रिश्तेदार कोलकाता से आए थे। हालांकि सरकार का साफ तौर पर कहना है कि बाहर से आने वाले लोगों को क्वारंटाइन में रहना होगा। गांव के लोगों ने इसका विरोध भी किया था। मगर अध्यापक ने किसी की नहीं सुनी।
इन चारों लोग किसी भी अधिकारी से अनुमति नहीं ली थी। खबर मिलने के बाद तहसीलदार वहां पहुंचे और उन्हें क्वारंटाइन में रहने को कहा। इससे अध्यापक तेजेश्वर नायक ने तहसीलदार को असभ्य भाषा में गाली देने के साथ उन पर हमला भी बोल दिया। इसके बाद तहसीलदार ने इस संदर्भ में बालीगुड़ा थाना में शिकायत की। शिकायत के आधार पर पुलिस मौके पर पहुंची और अध्यापक तेजेश्वर नायक को गिरफ्तार कर कोर्ट चालान कर दिया है। अध्यापक के इस व्यवहार की स्थानीय लोगों ने निंदा की है।