रघुनाथ रूप में भी दर्शन देंगे महाप्रभु
भारतीय मंदिरों में देवी-देवताओं के वेश परंपरा पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संसू, भुवनेश्वर : भारतीय मंदिरों में देवी-देवताओं के वेश परंपरा पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। नीलाद्री आध्यात्मिक ट्रस्ट और नालको नगर मंदिर कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस संगोष्ठी में देश के प्रसिद्ध मंदिरों पर चर्चा हुई। श्रीमंदिर के मुख्य प्रशासक प्रदीप कुमार महापात्र ने संगोष्ठी का उद्घाटन करते हुए पुरी के श्री जगन्नाथ मंदिर में महाप्रभु के विभिन्न वेश परंपरा की जानकारी दी। कहा कि पहले महाप्रभु का रघुनाथ वेश सजाया जाता था मगर कुछ सालों से यह परंपरा बंद हुई है। इस प्राचीन परंपरा को पुन: स्थापित करने के लिए मंदिर प्रशासन ने निर्णय लिया है। साल 2020 में पुरी के श्री जगन्नाथ मंदिर में महाप्रभु का दुर्लभ रघुनाथ वेश किए जाने का निर्णय लिया गया है। इस मौके पर बिहार के डॉ. राजेन्द्र प्रसाद विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रो प्रफुल्ल कुमार मिश्र, उत्कल संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कमलाकांत मिश्र जैसे विद्वानों ने महाप्रभु के विभिन्न वेश पर विस्तार से चर्चा की। संगोष्ठी में तिरुपति, मुंबई, वाराणसी, उज्जेन, कोलकाता, गुजरात, वूंदावन से आए अनेक विद्वानों ने महाप्रभु के वेश-भूषा पर अपने विचार रखे। नालको के सीएमडी तपन कुमार चांद इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे।