दृढ़ इच्छाशक्ति व कठिन परिश्रम सफलता के मूलमंत्र : राज्यपाल
दृढ़ इच्छाशक्ति, संयमता, संकल्पबद्धता व कठिन परिश्रम ही किसी व्यक्ति
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : दृढ़ इच्छाशक्ति, संयमता, संकल्पबद्धता व कठिन परिश्रम ही किसी व्यक्ति को शीर्ष पर पहुंचाने में सहायक होती है। संकल्प से ही सिद्धि मिलती है। इन्हीं सब गुणों से आज दुती चांद ने देश एवं राज्य को गर्वित किया है। यह बात सोमवार शाम को रजत पदक विजेता दुती चांद के लिए आयोजित राज्यस्तरीय नागरिक अभिनंदन सम्मान सभा में मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लेते हुए राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल ने कही। इस अवसर पर राज्यपाल ने हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचांद, ओंकारनाथ ठाकुर एवं एकलव्य की निष्ठा तथा संकल्पबद्धता का उदाहरण दिया। अपनी निष्ठा एवं एकाग्रता के बल पर दुती आगामी दिनों में ओलंपियार्ड में भी सफलता हासिल करेंगी। पूरा संसार दौड़ रहा है, सूर्य, चंद्रमा, ग्रह, तारा सब दौड़ रहे हैं, मगर मैं दौड़कर भी नहीं दौड़ रहा हूं, मुझे अभी बहुत कुछ करना है, मैं निश्चित रूप से कर सकता हूं, मेरे से बड़ा कोई नहीं है, मैं सबसे आगे हूं, ऐसा खुद में आत्मविश्वास भरकर आगे बढ़ो, सफलता आपको निश्चित रूप से मिलेगी। एक दिन करियर के शीर्ष पर पहुंचोगे। राज्यपाल ने दुती को बधाई देते हुए आगामी दिनों में और सफलता हासिल करने का आशीर्वाद दिया।
जाजपुर जिला चका गोपालपुर गांव के मां अखजी एवं पिता चक्रधर चांद की बेटी दुती को जिस तरह से भव्य नागरिक अभिनंदन किया गया वह दुती एवं उसके परिवार के लिए गर्व की बात है। जाजपुर जिला के ब्राह्माणी नदी के किनारे 5-6 साल से दौड़ने वाली दुती आज इंडोनेशिया के जकार्ता में आयोजित एशियन गेम्स में दो-दो पदक हासिल कर देश का गौरव बढ़ाने के साथ अपने आलोचकों को भी जवाब दिया है। दुती ने इस अवसर पर आपबीती सबके सामने रखी। दुती ने कहा कि जब वह बचपन में दौड़ती थी तो लोग उसकी हंसी उड़ाते थे। लोग कहते थे एथलीट में करियर बनाकर कुछ लाभ नहीं होगा। दुती ने यह भी बताया कि वर्ष 2014 में विवादित हाईपर आंट्रोजेनिजम नियम के चलते करियर किस प्रकार से संकट में पड़ गया था। दुती ने कहा कि कीट-कीस के संस्थापक अच्यूत सामंत हर समय उसके साथ खड़े रहते हैं। आज मैं यहां पहुंची हूं तो इसके पीछे डॉ. सामंत का बहुत बड़ा योगदान है। दुती ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को भी धन्यवाद दिया। दुती ने कहा कि सभी के स्नेह के चलते ही आज मैं यहां तक पहुंची हूं। मेरी सफलता में मीडिया की भी भूमिका काफी अहम है। दुती ने अपने कोच, माता-पिता, बहन सभी के प्रति आभार प्रकट किया। इस अवसर पर सांसद प्रसन्न पाटशाणी, सांसद तथा अभिनेता अनुभव महांती, राज्यसभा सदस्य पद्मश्री दिलीप तिर्की, खेल सचिव विशाल देव, विधायक प्रियदर्शी मिश्र, मेयर अनंत नारायण जेना आदि ने दुती को बधाई दी।
कीट-कीस के संस्थापक तथा राज्यसभा सांसद डॉ. अच्यूत सामंत ने कहा कि एशियन गेम्स में दो-दो पदक जीतकर दुती ने हमें खुश कर दिया है। डॉ. सामंत ने कहा कि आज यहां पर दुती के गांव से 90 लोग आए हैं। इससे यह पता चलता है कि दुती को गांव वाले कितना प्रेम करते हैं। सभी यदि अभी से दुती के लिए प्रार्थना करें तो निश्चित रूप से आगामी 2020 ओलंपिक में दुती पदक जीतेगी। उसके लिए आज पूरा देश गर्व कर रहा है। इस अवसर पर ओलंपियन अनुराधा विश्वाल, क्रिकेटर तथा भारतीय जूनियर टीम के कोच देवाशीष महांती, अंतरराष्ट्रीय महिला कबड्डी खिलाड़ी रश्मिता साहू आदि उपस्थित थे।