Odisha: नयागढ़ में पांच साल की बच्ची की हत्या की जांच के लिए एसआइटी गठित
Odisha नयागढ़ में पांच साल की बच्ची की हत्या की जांच के लिए ओडिशा सरकार ने आइजी अरुण बोथरा की अगुवाई में एसआइटी का गठन किया है। साथ ही एक सिटिंग जज द्वारा जांच की निगरानी के लिए ओडिशा हाईकोर्ट को लिखा है।
भुवनेश्वर, एएनआइ/प्रेट्र। Odisha: ओडिशा सरकार ने नयागढ़ में पांच साल की बच्ची की हत्या की जांच के लिए आइजी अरुण बोथरा की अगुवाई में शनिवार को एसआइटी का गठन किया है। साथ ही, एक सिटिंग जज द्वारा जांच की निगरानी के लिए ओडिशा हाईकोर्ट को लिखा है। वहीं, इस मामले में ओडिशा विधानसभा में हंगामा हुआ। विपक्ष ने मंत्री अरुण साहू के इस्तीफे की मांग दोहराई। इससे पहले शुक्रवार को ओडिशा विधानसभा में भारी हंगामे के बाद मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने नयागड़ जिले में पांच वर्षीय बच्ची के अपहरण व हत्या के चर्चित मामले की जांच एसआइटी (विशेष जांच टीम) से कराने का एलान किया था। उधर, विपक्ष अब भी जांच के साथ नयागड़ से विधायक चुने गए कृषि मंत्री अरुण साहू के इस्तीफे की मांग पर अड़ा हुआ है। विपक्षी भाजपा और कांग्रेस के विधायकों ने सदन में जमकर हंगामा किया।
कुछ दिन पहले ही बच्ची के माता-पिता ने मंत्री पर गंभीर आरोप लगाते हुए न्याय नहीं मिलने की बात कहते हुए विधानसभा के समक्ष खुदकुशी का प्रयास किया था। इसके बाद से विपक्ष आक्रामक हो गया है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि इस मामले को लेकर बेहद दुखी हैं। उनकी सरकार हमेशा निष्पक्ष जांच के लिए प्रतिबद्ध रही है। इस मामले की जांच में भी निष्पक्षता बरती जाएगी। मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों से सदन की कार्यवाही में भाग लेने के लिए अनुरोध किया है। इससे पूर्व कार्यवाही शुरू होते ही विरोधी दल के विधायक सदन के मध्य में आ गए। पोस्टर व बैनर के साथ प्रदर्शन करते हुए मंत्री के इस्तीफा की मांग करने लगे।
नारेबाजी व हंगामा के कारण विधानसभा अध्यक्ष सूर्य नारायण पात्र ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। दोपहर बाद सत्र शुरू होते ही भाजपा के विधायकों ने एसआइटी गठन को झूठ का पुलिंदा बताते हुए मंत्री को हटाने की मांग पुन: शुरू कर दी। सदन में हंगामे को देखते हुए अध्यक्ष ने कार्यवाही अगले दिन तक के लिए स्थगित कर दी। उधर, बीजद के विधायक सौम्यरंजन पटनायक ने इसे एक छोटी घटना बताते हुए विपक्ष के रवैये पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि आरोप तो हर कोई किसी पर भी लगा सकता है। मुख्यमंत्री ने मामले की जांच के लिए एसआइटी गठन करने की घोषणा की है, अब विपक्ष को चाहिए की जांच आने तक धैर्य रखे। ऐसी छोटी छोटी बातों को लेकर सदन की कार्यवाही रोक देना गलत है।
सदन के बाहर भी हुआ विरोध प्रदर्शन
विधानसभा के बाहर भी भाजपा एवं युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन करते नजर आए। घेराबंदी तोड़कर विधानसभा की तरफ बढ़ रहे सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।