देशप्रेम पर संगोष्ठी में पीएम की जमकर हुई तारीफ
उत्कल अनुज हिदी पुस्तकालय भुवनेश्वर में सौगंध मुझे इस मिटटी की.. देशप्रेम विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
जासं, भुवनेश्वर : उत्कल अनुज हिदी पुस्तकालय, भुवनेश्वर में सौगंध मुझे इस मिटटी की.., देशप्रेम विषयक संगोष्ठी पुस्तकालय के मुख्य संरक्षक सुभाष भूरा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इसमें पुस्तकालय के संगठन सचिव अशोक पांडेय ने बताया कि पुस्तकालय परिवार के लिए आज सबसे बड़ा खुशी का दिन है। भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक कर बालाकोट, मुजफ्फराबाद और चकोठी में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर 1000 किलोग्राम बम बरसाकर इन ठिकानों को तबाह कर दिया और इस प्रकार विगत 14 फरवरी को सीआरपीएफ के कुल 40 अमर शहीदों का बदला लगभग 350 आतंकी को मारकर लिया। यह सब कुछ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी, सक्षम और कुशल मार्गदर्शन में हुआ। प्रधानमंत्री मोदी की हिदी कविता ' सौगंध मुझे इस मिट्टी की, मैं देश नहीं मिटने दूंगा, मैं देश नहीं झुकने दूंगा, मैं देश नहीं रुकने दूंगा' को आधार मानकर यह देशप्रेम पर आधारित संगोष्ठी आयोजित की गई है। संगोष्ठी में सभी ने भारत माता की जय, पाकिस्तान मुर्दाबाद, नरेंद्र मोदी जिंदाबाद और जय जवान-जय किसान-जय विज्ञान के प्लेकार्ड लेकर मोदी की तस्वीर के समक्ष खड़े होकर अपने देशप्रेम को प्रदर्शित भी किया। सुभाष भूरा ने बताया कि यह संगोष्ठी ऐतिहासिक पहल है। एक तरफ जहां पूरा देश खुशी मना रहा है वहीं हम सब इस संगोष्ठी में देशभक्ति और देशप्रेम पर विचारों का आदान-प्रदान कर रहे हैं। डॉ. शंकरलाल पुरोहित ने कहा कि आज भारत के प्रधानमंत्री मोदी के प्रति विचारों को बदलाव आ चुका है। मोदी सचमुच सवा सौ करोड़ भारतवासियों के सच्चे नेता हैं। किशन खंडेलवाल ने कहा कि वह अपने स्कूल के दिनों में माखनलाल चतुर्वेदी की देशप्रेम पर आधारित कविता 'पुष्प की अभिलाषा' पढ़े थे और आज उनकी लेखनी में व्यंग्य नहीं अपितु देशप्रेम है। देश के शहीदों के प्रति संवेदना है। कविता गुप्ता ने अपनी कविता 'शाकाहार' सुनाकर भारत की वास्तविक सनातनी पहचान को स्पष्ट किया जो भारत के प्रधानमंत्री मोदी की हिदी कविता में पूरी तरह से स्पष्ट है। संगोष्ठी में शशि प्रसाद, डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट एक्सीस बैंक, सेंटर हेड भुवनेश्वर सहित शिवकुमार शर्मा, सजन लढ़ानिया, लोकनाथ पंडा, गौरांग चंद्र राउतराय और मनोज ललानी आदि उपस्थित थे।