पीसीसी अध्यक्ष की कार्यशैली पर मुंह खोलना महंगा पड़ा
ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के अध्यक्ष निरंजन पटनायक की कार्यशैली को लेकर पार्टी के दो दिग्गज नेताओं को मुंह खोलना महंगा पड़ा है।
जासं, भुवनेश्वर : ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के अध्यक्ष निरंजन पटनायक की कार्यशैली को लेकर पार्टी के दो दिग्गज नेताओं को मुंह खोलना महंगा पड़ा है। बीते काफी दिनों से पीसीसी अध्यक्ष पर मुखर पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीकांत जेना के साथ ही हाल ही में निरंजन पटनायक को पार्टी की रीति-नीति समझाने का प्रयास करने वाले कोरापुट के पूर्व विधायक कृष्ण सागरिया को शनिवार को कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री जेना जहां आगामी चुनाव को लेकर बनी प्रचार कमेटी की अध्यक्षता छिनने से नाखुश बताए जा रहे थे वहीं, कोरापुट से विधायक रहे कृष्ण सागरिया ने कुंदुली सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को न्याय न दिला पाने का हवाला देते हुए बीते दिनों विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और हाल ही में उन्होंने निरंजन पटनायक के एक बयान को लेकर पीसीसी अध्यक्ष पर सीधी टिप्पणी की थी। अनुशासनहीनता के कारण दोनों नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाए जाने की बात प्रदेश कांग्रेस अनुशासन कमेटी के आवाहक अनंत सेठी ने कही है।
उल्लेखनीय है कि आगामी 25 जनवरी को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ओडिशा दौरे पर आ रहे हैं। इससे पहले नवीन पटनायक का गुणगान करने वाले झारसुगुड़ा के विधायक सह प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष नवकिशोर दास को पार्टी से निलंबित किया गया था। इसके अलावा मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की सराहना करने वाले सुंदरगढ़ के विधायक योगेश ¨सह को भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है। अब पूर्व मंत्री श्रीकांत जेना तथा कोरापुट के पूर्व विधायक कृष्ण सगरिया को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाए जाने से कांग्रेस में अंतर्कलह कम होगी या बढ़ेगी, इसे लेकर सियासी चर्चा सरगर्म हो गई है।