इस राज्य में अागामी 24 घंटे में भारी बारिश की संभावना, पहले ही खतरे के निशान से ऊपर बह रही है यहां नदियां
मौसम विभाग ने ओडिशा के पांच जिलों में भारी बारिश की संभावना जतायी है जिससे नदी के किनारे रहने वाले लोगों में भय का माहौल है।
भुवनेश्वर, जेएनएन। राज्य में लगातार हो रही बारिश के चलते बालेश्वर जिले के बस्ता ब्लाक देकर प्रवाहित होने वाली जलका नदी खतरे के निशान के पार पहुंच गई है। जानकारी के मुताबिक मथानी में जलका नदी के खतरे का निशान 5.5 मीटर है जबकि यहां पर सोमवार सुबह के समय जलस्तर 6.41 मीटर पर प्रवाहित हो रहा था। नदी के ऊफान पर आ जाने से नदी के निचले इलाके में रहने वाले लोगों में भय का माहौल बन गया है।
यदि जलस्तर सात मीटर से ऊपर चला जाता है तो फिर बस्ता ब्लाक के पत्रझर, दुधहोंश एवं कुड़िया पंचायत के बुरी तरह से प्रभावित होने की संभावना जतायी जा रही है। यदि नदी का जलस्तर कम नहीं होता है तो फिर जल्द ही मथानी नदी के बाढ़ की चपेट में वाहादा एवं सदर ब्लाक के रसुलपुर तथा श्रीरामपुर पंचायत भी आ सकती है। इन दोनों पंचायतों में भी लोगों में भय का माहौल साफ तौर पर देखा जा रहा है। वहीं मौसम विभाग की माने तो आगामी 24 घंटे में राज्य के पांच जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। इन पांच जिलों में केंदुझर मयूरभंज, सुंदरगढ़, जाजपुर तथा भद्रक जिला शामिल है। अन्य तटीय जिलों में भी बारिश होने के आसार हैं।
जन्माष्टमी के दिन भी हुई थी मूसलाधार बारिश
गौरतलब है कि कम दबाव के प्रभाव से शुक्रवार जन्माष्टमी की सुबह के समय राजधानी भुवनेश्वर में मूसलाधार बारिश से आम जन जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ था। मूसलाधार बारिश के कारण निचले इलाकों में खासकर नयापल्ली इस्कन मंदिर के सामने कृत्रिम बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। मंदिर के पास रखे लोगों के वाहन पानी में बहने लगे। आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया था। रसूलगड़ से बरमुंडा तक ओवरब्रिज के ऊपर एवं नीचे बारिश का पानी ही पानी नजर आ रहा था। मूसलाधार बारिश से विशेष रूप से वाणी विहार, आचार्य विहार, फायर स्टेशन, नयापल्ली आदि जगहों पर सड़क के ऊपर घुटना भर पानी पहते नजर आया। निचले इलाके में लोगों के घरों में पानी घुस गया था।