गुंडिचा मंदिर में नहीं लगाई जाएगी हुंडी
प्रसिद्ध भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा को लेकर पुरी में रविवार को दा
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : प्रसिद्ध भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा को लेकर पुरी में रविवार को दो अहम बैठकें हुई। श्रीमंदिर से जुड़े छतीसा नियोग ने बैठक कर स्नान यात्रा से निलाद्री बिजे तक महाप्रभु के सभी नीति-नियमों को सुचारु ढंग से संपादन करने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया तो दइतापति नियोग ने गुंडिचा मंदिर में हुंडी न लगाने का ऐलान किया। हालांकि हुंडी विवाद पर दइतापति नियोग में विरोधाभास सामने आया। पुरी श्रीमंदिर के नवनियुक्त प्रशासक प्रदीप्त महापात्र की अध्यक्षता में हुई इन बैठकों में जिला प्रशासन एवं दइतापति नियोग के बीच मतभेद दिखे। दइतापति नियोग की जिद मानते हुए मुख्य प्रशासक ने जिलाधीश और पुलिस अधिक्षक को बैठक में नहीं बुलाया। जिला प्रशासन के दोनों प्रमुख अधिकारियों की अनुपस्थिति में दइतापति नियोग ने मंदिर प्रशासन की यह बात मान ली है कि स्नान पूíणमा एवं गुंडिचा मंदिर में उनकी ओर से किसी तरह हुंडी नहीं लगाई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि स्नान पूíणमा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले दईतापति सेवायतों द्वारा भक्तों से इस दौरान वसूली की जाती है साथ ही गुंडिचा मंदिर में महाप्रभु के निवास के समय लोगों से दर्शन के लिए स्वतंत्र टिकट की व्यवस्था कर खूब कमाई करते हैं। अब सुप्रीमकोर्ट के निर्देशानुसार मंदिर प्रशासन ने नोटिस जारी कर दिया है कि मंदिर में किसी तरह की वसूली नहीं होगी और भक्तों से जबरन दान दक्षिणा नहीं ली जाएगी।