सम्मान से किया जाए कोरोना संक्रमित का अंतिम संस्कार
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य में कोरोना स्थिति की समीक्षा करते हुए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य में कोरोना स्थिति की समीक्षा करते हुए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि कोरोना से होने वाली मृत्यु मामले में मानवीय संवेदना का ध्यान रखा जाए। हर ऐसे मरीज के अंतिम संस्कार को सम्मान पूर्वक किया जाना चाहिए। राज्य में वर्तमान हर दिन 7000 कोरोना टेस्ट किया जा रहा है जिसे जल्द ही बढ़ाकर दैनिक 9000 टेस्ट किए जाने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री ने समीक्षा के बाद निर्देश दिया है कि प्रदेश के अधिक से अधिक निजी अस्पतालों को कोरोना टेस्ट की अनुमति दी जाएगी। कोविड के लिए निश्चित किए गए अस्पतालों में बेड संख्या बढ़ाई जाएगी। ताकि संभावित मरीजों के इलाज में किसी तरह की कोई परेशानी पेश न आए। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि राज्य के समस्त कोविड अस्पतालों में आवश्यक मेडिकल सामग्री के साथ अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। इन कोविड अस्पतालों मे आइसीयू तथा संभावित मरीजों की संख्या को देखते हुए बेड बढ़ाए जा रहे हैं। सर्वाधिक कोरोना संक्रमित इलाके गंजाम-कटक, भुवनेश्वर के लिए एक सप्ताह में अतिरिक्त 200 आइसीयू बेड बनाए जाने हैं। इस तरह मुख्यमंत्री ने कोरोना के इलाज पर फोकस किया है।
कोरोना मरीजों के लिए जीवन रक्षक प्लाज्मा थेरेपी आरंभ : कोरोना मरीजों के लिए जीवन रक्षक साबित प्लाज्मा थेरेपी से इलाज प्रक्रिया राजधानी भुवनेश्वर एवं कटक के कोविड अस्पताल में बुधवार से शुरु कर दी गई है। भुवनेश्वर में सम अस्पताल, कीम्स अस्पताल एवं कटक के अश्विनी अस्पताल में प्लाज्मा थेरेपी आरंभ की गई। कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज अस्पताल को इसके लिए नोडल सेंटर बनाया गया है।