पंडा इंफ्रा लिमिटेड को काली सूची में डालने की सिफारिश
उल्लेखनीय है कि विगत 10 सितंबर को निर्माणाधीन बमीखाल ओवरब्रिज गिर जाने से एकव्यक्ति की मौत हो गई थी जबकि 14 लोग घायल हुए थे।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। निर्माणाधीन बमीखाल ओवरब्रिज ढहने मामले की जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को बुधवार को सौंप दी गई है। पूर्त विभाग (वक्र्स डिपार्टमेंट) के सचिव नलिनीकांत प्रधान की ओर से मुख्यमंत्री को सौंपी गई करीब 130 पन्ने की रिपोर्ट में इस मामले में निलंबित तीनों इंजीनियरों के खिलाफ आरोप गठित करने के साथ-साथ ठेका संस्था पंडा इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को काली सूची (ब्लैक
लिस्ट) में डालने की अनुमति सरकार से मांगी गई है।
उल्लेखनीय है कि विगत 10 सितंबर को निर्माणाधीन बमीखाल ओवरब्रिज गिर जाने से एकव्यक्ति की मौत हो गई थी जबकि 14 लोग घायल हुए थे। राज्य सरकार ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए थे। जांच टीम ने 26 सितंबर को अपनी रिपोर्ट पूर्त विभाग के सचिव को सौंप दी थी। पूर्त विभाग द्वारा जांच करने के बाद मुख्यमंत्री को रिपोर्ट दी गई है।
पूर्त विभाग की ओर से इस मामले में निलंबित इंजीनियर दुखबंधु बेहेरा, उप निदेशक बंशीधर प्रहराज एवं सहकारी इंजीनियर किशोर कुमार राउत को इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। इनके खिलाफ आरोप गठित किया जाएगा। पूर्त विभाग की ओर से उपयुक्त कारण दर्शाते हुए पंडा इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को काली सूची में डालने की सिफारिश की गई है। साथ ही इसके लिए जरूरी प्रक्रिया शुरू करने के लिए सरकार से अनुमति मांगी गई है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि इस दुर्घटना के दिन ओवरब्रिज का स्लाव डालने के लिए सेंट्री की डिजाइन को मंजूरी देने के लिए विभागीय अनुमति नहीं ली गई थी उस दिन साइट पर तैनात इंजीनियर भी इस संबंध में ठेकेदार को सतर्क नहीं किए थे, जो कि कार्य में जबर्दस्त लापरवाही है। सेंट्री से पहले ठेका संस्था ने विभाग की अनुमति क्यों नहीं ली, सवाल उठ रहे हैं। इसके अलावा ठेका संस्था ओवरब्रिज निर्माण के लिए जरूरी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर का पालन नहीं किया था। सुरक्षा दिशानिर्देश का भी उल्लंघन किया गया है।
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