अखिल भारतीय साहित्य परिषद की राज्य कार्यकारिणी गठित
अखिल भारतीय साहित्य परिषद ओडिशा की द्विवार्षिक साधारण सभा स्थानीय निलाद्री बिहार शिशु विद्यामंदिर में आयोजित की गई।
संसू, भुवनेश्वर : अखिल भारतीय साहित्य परिषद, ओडिशा की द्विवार्षिक साधारण सभा स्थानीय निलाद्री बिहार शिशु विद्यामंदिर में आयोजित की गई। इसमें राज्यभर से परिषद के सदस्यों ने हिस्सा लिया। निवर्तमान अध्यक्ष डॉ. रमेश चंद्र पति की अध्यक्षता में हुई इस सभा के पहले सत्र में साधारण संपादक संतोष कुमार महापात्र ने विगत दो वर्षो के कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए वार्षिक विवरण प्रस्तुत किया। सभा के द्वितीय सत्र में सदस्यों ने परिषद के आगामी कार्यक्रमों पर सुझाव देते हुए ओडि़या भाषा में उपलब्ध साहित्य को अनुवाद कर देश-दुनिया में पहुंचाने पर जोर दिया। कुछ साहित्यकारों ने बाल साहित्य पर फोकस करने की सलाह दी। साथ ही आधुनिकता के नाम पर भारतीय संस्कृति से इतर पाश्चात्य संस्कृति के प्रति अभिभावकों के लगाव पर चिंता जतायी गई। परिषद द्वारा लुप्त प्राय लोक कला, लोक मेला पर लेख आमंत्रित किए गए ताकि अखिल भारतीय साहित्य परिषद के केंद्रीय कार्यालय को भेजा जा सके। तृतीय सत्र में परिषद के सदस्यों द्वारा कविता आवृत्ति की गई। इसमें आज से 30 साल पहले कश्मीर से निकाले गए कश्मीरी पंडितों के दर्द से लेकर मानवीय संवेदनाओं के विविध विषय पर कवियों ने अपनी रचनाएं पेश की। अंतिम सत्र में आगामी दो साल के लिए परिषद की ओडिशा इकाई का पुनर्गठन किया गया। इसमें सर्वसम्मति से निवर्तमान अध्यक्ष डॉ. रमेश चंद्र पति को फिर एक बार अध्यक्ष चुना गया। संतोष कुमार महापात्र पुन: साधारण संपादक बने और उपाध्यक्ष के तौर पर डॉ. स्मरप्रिया मिश्र का चयन किया गया। इसके अलावा नाइजर के रजिस्ट्रार सह साहित्यकार डॉ. अभय कुमार नायक को उपाध्यक्ष एवं धर्मव्रत रथ, प्रतिभा प्रियदर्शिनी सहित इंजीनियर सत्यजीत नायक को संपादक के रूप में चुना गया।