Move to Jagran APP

Odisha: पुरी जगन्नाथ मंदिर में लगेंगे हाई रेज्युलेशन वाले 162 सीसीटीवी कैमरे, रथयात्रा से पहले लगाने की तैयारी

Puri Jagannath Temple रथयात्रा से पहले 162 कैमरे लगाए जाएंगे। इसके लिए 6.47 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके रखरखाव के लिए 50 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। दिल्ली की कंपनी ने वर्क ऑर्डर लिया है। संबंधित कंपनी को कार्यादेश जारी कर दिए गए हैं।

By Jagran NewsEdited By: Roma RaginiPublished: Sat, 25 Mar 2023 11:21 AM (IST)Updated: Sat, 25 Mar 2023 11:21 AM (IST)
Odisha: पुरी जगन्नाथ मंदिर में लगेंगे हाई रेज्युलेशन वाले 162 सीसीटीवी कैमरे, रथयात्रा से पहले लगाने की तैयारी
पुरी जगन्नाथ मंदिर में लगेंगे हाई रेज्युलेशन वाले सीसीटीवी कैमरे

भुवनेश्वर, शेषनाथ राय। पुरी जगन्नाथ मंदिर हाई रेज्युलेशन वाले सीसीटीवी की निगरानी में रहेगा। इस सीसीटीवी कैमरे का वीडियो फुटेज इतना स्पष्ट रूप से दिखाई देगा कि किसी भी व्यक्ति को आसानी से पहचाना जा सकता है।

loksabha election banner

सीसीटीवी लगाने के लिए परियोजना के लिए निविदा प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जिस पर अबड़ा योजना के तहत काम किया जाना है। ओबीसीसी ने इस संबंध में निविदा जारी की है। जबकि दिल्ली की पैन इंटेल-कॉम कंपनी को निविदा मिला है। संबंधित कंपनी को कार्यादेश जारी कर दिए गए हैं।

जगन्नाथ रथयात्रा से पहले सभी सीसीटीवी कैमरा लगाने को कहा गया है। इससे पहले कंपनी ने मंदिर प्रशासन को अपना पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन दिखाया था।

जानकारी के मुताबिक रथयात्रा से पहले 162 कैमरे लगाए जाएंगे। इसके लिए 6.47 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके रखरखाव के लिए 50 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। दिल्ली की कंपनी ने वर्क ऑर्डर लिया है।

जगन्नाथ मंदिर के पाकशाला में बने चूल्हे तोड़ने की घटना के बाद से मंदिर को सीसीटीवी कैमरों के निगरानी में रखने की योजना थी। मंदिर में अबड़ा योजना के तहत 162 हाई पावर कैमरे लगाने का निर्णय लिया गया। इस फैसले के बाद दिल्ली की एक कंपनी को सीसीटीवी कैमरे लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

मंदिर कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सीसीटीवी लगाने पर 6.47 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इनमें से ज्यादातर बुलेट कैमरे हैं। इस कैमरे से भीड़ में लोगों के चेहरे आसानी से देखा जा सकता है। कैमरा लोगों की गतिविधियों को आसानी से कैप्चर कर सकता है। जूम की सुविधा भी कैमरे में होगी।

अब मंदिर कार्यालय के अधिकारी भी देख सकेंगे फुटेज

नतीजतन, मंदिर में अराजकता को रोकना आसान हो जाएगा। इससे पहले, केवल पुलिस के पास सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखने की सुविधा थी। सीसीटीवी कैमरों का कंट्रोल रूम पुलिस के पास था। अब पुलिस के साथ-साथ मंदिर कार्यालय के अधिकारी और पुरातत्व विभाग के अधिकारी भी सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देख सकेंगे।

इसके लिए तीन स्थानों पर नियंत्रण कक्ष होंगे

इसके लिए पुलिस कार्यालय, मंदिर का प्रधान कार्यालय और मंदिर परिसर में पुरातत्व विभाग का कार्यालय में नियंत्रण कक्ष बनाया गया था। इसका उद्देश्य रथयात्रा से पहले सभी कैमरे लगाने का है लेकिन रथयात्रा के बाद सीसीटीवी कैमरा सिस्टम पूरी तरह से काम करने लगेगा।

पांच साल तक रखरखाव की जिम्मेदारी कंपनी की

अधिकारी ने कहा कि न केवल सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, बल्कि कंपनी ने पांच साल तक इसके रखरखाव की जिम्मेदारी ली है। इस पर अतिरिक्त 50 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.