नींबू की खेती से किसान ने बदल डाली अपनी किस्मत, लाखों की हो रही है कमाई, अब दूसरों को भी देने लगे हैं रोजगार
काली चरण ने मात्र दस पौधों से की थी नींबू की खेती की शुरुआत और अब उनके बाग में दो हजार से अधिक पेड़ हैं। काली चरण के दो और भाई भी अब इस काम में उनका हाथ बंटा रहे हैं। पूरे परिवार की अच्छी कमाई हो रही है।
संतोष कुमार पांडेय, अनुगुल। ओडिया में एक प्रसिद्ध कहावत है 'चासो कामो जहार, केडे सुखो ताहार। अर्थात 'जो लोग फसल उगाते हैं वे खुशी से रहते हैं'। गंजाम जिले के सुरडा प्रखंड के कोटिबाड़ी गांव के एक किसान ने नींबू की खेती से लाखों रुपये कमा कर इसे साबित कर दिखाया है।
नींबू के दस पौधों से अब बाग में 2 हजार पेड़
चूंकि नींबू आमतौर पर सभी को पसंद है, खासकर गर्मियों में इसकी माग बढ़ जाती है। इसलिए कोटिबाड़ी गांव के रहने वाले काली चरण पाणिग्रही ने एक बार नींबू की खेती में अपनी किस्मत आजमाने का फैसला किया। उन्होंने केवल दस पौधों से इसकी शुरुआत की और अब उनके बाग में 2000 से अधिक पेड़ हैं।
नींबू से काली चरण की हो रही खूब कमाई
एक ठीकठाक शुरुआत के बाद अब आलम यह है कि काली चरण के दो और भाई भी नींबू की खेती के उनके इस काम से जुड़ गए हैं। काली चरण ने बताया कि नींबू से खूब कमाई हो रही है। हम तीनों भाई साल में दो-दो लाख रुपए कमा रहे हैं। हमें अभी तक कोई सरकारी अनुदान या मदद नहीं मिली है।
गांव की महिलाओं को भी काली चरण के बाग में मिल गया है काम
खुद आत्मनिर्भर होने के साथ-साथ उन्होंने गांव की कुछ महिलाओं को भी रोजगार भी उपलब्ध कराया है। इन महिलाओं को इस बात की खुशी है कि उन्हें अब काम की तलाश में बाहर नहीं जाना पड़ता है।
एक महिला खेतिहर मजदूर ने कहा बताया कि हम काली चरण के नींबू के बाग में काम कर रहे हैं। हर रोज सुबह 7 बजे आते हैं और 11 बजे तक काम करते रहते हैं। हम खुश हैं क्योंकि काम की हमारी तलाश अब खत्म हो गई है। काली चरण के बाग में उगे ताजे व रसीले नींबू को पास के बाजारों में ले जाया जाता है, जहां उन्हें अच्छी कीमतों पर बेचा जाता है