माओदमन को आंध्र-ओडिशा पुलिस चलाएगी संयुक्त अभियान
ओडिशा व आंध्र प्रदेश के कई जिलों में सक्रिय नक्सलियों के दमन को लेकर दोनों राज्यों की पुलिस संयुक्त अभियान चलाएगी। शुक्रवार को भुवनेश्वर-कटक कमिश्नरेट पुलिस कार्यालय परिसर मौजूद पुलिस महानिदेशक कैंप कार्यालय में राज्य के डीजीपी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा व आंध्र के पुलिस प्रमुख आरपी ठाकुर की मौजूदगी में हुई समन्वय बैठक में यह निर्णय लिया गया है।
जेएनएन, भुवनेश्वर : ओडिशा व आंध्र प्रदेश के कई जिलों में सक्रिय नक्सलियों के दमन को लेकर दोनों राज्य संयुक्त अभियान चलाएंगे। शुक्रवार को राजधानी भुवनेश्वर में दोनों राज्यों के आला पुलिस अधिकारियों की हुई समन्वय बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में ओडिशा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा, आंध्र प्रदेश के डीजीपी आरपी ठाकुर, ओडिशा के खुाफिया विभाग के निदेशक सुनील राय, अतिरिक्त डीजीपी (ऑपरेशन) आरपी कोचे, खुफिया विभाग के आइजी आरके शर्मा, दक्षिण-पश्चिम के डीआइजी आशीष सिंह समेत आंध्र के कई आला पुलिस अधिकारी शामिल थे।
भुवनेश्वर-कटक पुलिस कमिश्नरेट परिसर मौजूद डीजीपी कैंप दफ्तर में हुई इस बैठक में दोनों राज्यों के आला पुलिस अधिकारियों ने सीमावर्ती जिलों में माओ गतिविधियों पर चर्चा करते हुए उनके दमन की रणनीति तैयार की। किस प्रकार से दोनों राज्यों में माओवादियों से निपटने को पुलिस अधिकारियों के बीच समन्वय रहेगा, विस्तार से चर्चा कर संयुक्त अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। दोनों राज्य के पुलिस अधिकारियों ने नक्सलियों के आर्थिक, आर्म्स स्रोत सहित इनके कैंपों को ध्वस्त करने पर जोर दिया।
ड्रोन की नजर में रहेगा गुरुप्रियाब्रिज
डीजीपी डॉ. शर्मा के अनुसार, बैठक में माओदमन को लेकर विशेष कार्ययोजना बनायी गई है। नक्सल प्रभावित मलकानगिरी जिला के गुरुप्रिया ब्रिज पर ड्रोन से नजर रखने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा नक्सल प्रभावित जिलों के एसपी को लेकर हर महीने बैठक करने और अधिक सुरक्षा बल की तैनाती के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध किया जाएगा।
नेताओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान
आंध्र प्रदेश के डीजीपी आरपी ठाकुर ने दोनों राज्यों की सीमाओं को मजबूत करने पर जोर दिया। कहा कि दोनों राज्य समन्वय बनाकर माओवादियों से निपटेंगे। उन्होंने आगामी चुनाव के मद्देनजर नेताओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिए जाने पर जोर दिया।
कंधमाल में सुरक्षा बलों ने ध्वस्त किया माओ कैंप
भुवनेश्वर में माओदमन के लिए एक तरफ जहां आंध्रप्रदेश और ओडिशा के आला पुलिस अधिकारी रणनीति तैयार कर रहे थे। वहीं दूसरी ओर कंधमाल जिला के बालीगुड़ी ब्लॉक अंतर्गत खमणखोल जंगल में माओवादियों के जुटने की सूचना आई। इस सूचना पर स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) एवं डिस्ट्रिक वॉल्यिंटरी फोर्स (डीवीएफ) के जवानों ने घटनास्थल पहुंचकर माओवादी कैंप को ध्वस्त कर दिया। हालांकि सुरक्षा बलों के पहुंचने से पहले ही माओवादी वहां से फरार हो चुके थे। जवानों ने मौके से भारी मात्रा में विस्फोटक, पोशाक एवं अन्य माओसामग्री को जब्त किया है।
मलकानगिरी में चार लोगों को मृत्युदंड का माओ फरमान
राज्य के माओ प्रभावित सुदूर दक्षिण मलकानगिरी जिले में माओवादी पोस्टर चस्पा पाए गए हैं। नक्सलियों ने जिले के बलदिया गुड़ा इलाके में पोस्टर लगाकर 4 लोगों को मृत्युदंड देने का ऐलान किया है। माओ पोस्टर में अर्जुन गोलरी, रामनाथ नायक, सुनाधर भूमिया, बसु गणपति का नाम है। पोस्टर के जरिए बताया गया है कि ये लोग माओवादियों का नाम लेकर जबरन धन वसूली में लिप्त हैं। अत: संगठन की ओर से इन्हें मौत की सजा दी जाती है। माओ पोस्टर में मृत्युदंड की धमकी के बाद इलाके में दहशत का माहौल है।
उल्लेखनीय है कि मलकानगिरी जिला सहित दक्षिणी ओडिशा के रायगड़ा, कोरापुट, गजपति और कंधमाल जिलों मे नक्सली लगातार अपना प्रभाव बढ़ाने का प्रयास जारी रखे हुए हैं।