ओडिशा में मैट्रिक परीक्षा का प्रश्नपत्र वायरल, चर्चा का बाजार गर्म; शिक्षा मंत्री ने किया खण्डन
ओडिशा में मैट्रिक परीक्षा शुक्रवार से शुरू हुई परीक्षा शुरू होने के काफी देर बाद प्रश्नपत्र वायरल होने को लेकर राज्य भर परीक्षार्थी एवं अभिभावकों में असंतोष देखा गया है
भुवनेश्वर, जेएनएन। माध्यमिक शिक्षा परिषद (बोर्ड) द्वारा संचालित मैट्रिक परीक्षा शुक्रवार से शुरू हुई है। राज्य के 2830 परीक्षा केन्द्रों में कड़ी सुरक्षा के बीच में 5 लाख 72 649 विद्यार्थी परीक्षा मैदान में उतरे। परीक्षा शुरू होने के काफी देर बाद प्रश्नपत्र वायरल होने को लेकर राज्य भर परीक्षार्थी एवं अभिभावकों में असंतोष देखा गया है। हालांकि राज्य के शिक्षा मंत्री बद्री नारायण पात्र ने प्रश्नपत्र वायरल घटना का खंडन किए हैं। वहीं बोर्ड की अध्यक्षा डा. जाहान आरा बेगम ने कहा है कि मामले की जांच की जाएगी और यदि इस मामले में कोई दोषी पाया जाएगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इन सबके बावजूद प्रश्नपत्र लीक होने को लेकर राज्य भर में चर्चा का बाजार गर्म है।
जानकारी के मुताबिक मैट्रिक परीक्षा इस साल सुबह 9 बजे के बदले 10 बजे शुरू हुई है। छात्र-छात्रा व अभिभावक राज्य के तमाम परीक्षा केन्द्र में सुबह 8 बजे से ही पहुंच गए। अपने रोल नंबर एवं कमरा की जांच करने के पश्चात परीक्षा केन्द्र के अन्दर 9:15 बजे दाखिल हुए। इसके बाद 9:45 बजे प्रश्नपत्र दिया गया और ठीक 10 बजे परीक्षा शुरू हुई। पहले दिन की परीक्षा मातृ भाषा की थी। परीक्षा दोपहर 12:30 बजे तक चली। परीक्षा को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न करने के लिए राज्य के तमाम परीक्षा केन्द्र एवं 304 नोडल सेंटर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
संवेदनशील परीक्षा केन्द्र में सीसीटीवी लगाया था। इसके बावजूद पिछले साल की भांति इस साल भी परीक्षा शुरू होने के कुछ समय बाद प्रश्नपत्र सोशियल मीडिया में वायरल हो गया और राज्य भर में इसे लेकर चर्चा तूल पकड़ ली। इसे लेकर विद्यालय एवं जनशिक्षा मंत्री बद्री नारायण पात्र ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि परीक्षा शुरू होने के बाद यह प्रश्नपत्र सोशियल मीडिया में आना प्रश्नपत्र लीक का मामला नहीं है। इसे लेकर किसी ने बदमाशी की है। हालांकि परीक्षा खत्म होने के बाद छात्र-छात्रा व अभिभावक परेशान नजर आए। कई छात्र छात्रा को प्रश्नपत्र के वायरल होने की जानकारी नहीं थी।
ज्यादा परीक्षार्थियों के मुताबिक मातृभाषा की परीक्षा अच्छी रही। सवाल आसान थे और अच्छे मार्क रखने की उम्मीद परीक्षार्थियों ने रखी है। लेकिन प्रश्नपत्र सोशियल मीडिया में वायरल होने के लेकर कुछ छात्रों ने चितां प्रकट की है। अभिभावकों के मुताबिक बच्चे साल भर मेहनत किए हैं। इस तरह सवाल पर्चा वायरल होता है तो निश्चित रूप से यह संवेदनशील मामला है और बोर्ड की तरफ से इस पर ठोस कदम उठाना चाहिए। बोर्ड की अध्यक्षा डा. जाहन आरा वेगम के मुताबिक मैट्रिक प्रश्नपत्र लीक नहीं हुआ है। परीक्षा शुरू होने के काफी समय बाद प्रश्नपत्र के वायरल होने की जानकारी मीडिया से मिली है। किसी ने बदमाशी किया है। इसे लेकर परीक्षार्थी या अभिभावकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है।
मैट्रिक परीक्षा को शांतिपूर्ण तरीके से खत्म करने के लिए तमाम ठोस व्यवस्था की गई थी। परीक्षा संचालन में रहने वाले अधिकारियों को सख्त हिदायत भी दी गई थी। इसके बावजूद यदि प्रश्नपत्र सोशियल मीडिया में परीक्षा समाप्त होने के बाद वायरल हुआ है तो इसकी जांच की जाएगी और दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आगे होने वाली परीक्षाओं में इस तरह के वाकये न हो ध्यान दिया जाएगा। इस विषय को लेकर किसी भी तरह से परीक्षार्थी या अभिभावक को चिंतित न होने के लिए उन्होंने निवेदन किया है।
यहां उल्लेखनीय है कि परीक्षा केन्द्रों में जाने के लिए छात्र-छात्रा ऐडमिट कार्ड के साथ कतार में लगकर अपने अपने परीक्षा केन्द्र में प्रवेश किए। जानकारी के मुताबिक राज्य में मैट्रिक परीक्षा के 2830 परीक्षा केन्द्र में 5 लाख 72649 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी है। परीक्षा के संचालन के लिए 58 जिला स्तरीय स्क्वार्ड, बोर्ड आफ सेकेण्डरी एजुकेशन के 44 केन्द्रीय स्क्वार्ड एवं जिलाधीश के नेतृत्व में विशेष स्क्वार्ड का गठन किया गया है। पहले से निर्धारित समय 10 बजे मैट्रिक परीक्षा शुरू हुई और 12:30 बजे तक चली।