मयूरभंज में भाजपा-बीजद के बीच एक-एक वोट की लड़ाई
मयूरभंज लोकसभा सीट पर चुनावी समर दिलचस्प बना हुआ है। भाजपा यहां पूरा जोर लगाकर बीजद से सीट छीनने के प्रयास में लगी हे।
संसू, भुवनेश्वर : मयूरभंज लोकसभा सीट पर चुनावी समर दिलचस्प बना हुआ है। भाजपा यहां पूरा जोर लगाकर बीजू जनता दल (बीजद) से सीट छीनने के प्रयास में लगी है। पिछले दिनों भाजपा के प्रभारी अरुण सिंह की उपस्थिति में मयूरभंज जिला बीजद संपादक संजय कुमार बेहरा, बहलदा ब्लॉक बीजद अध्यक्ष राजेंद्र कुमार मलिक सहित अनेक बीजद नेता भाजपा मे शामिल हुए हैं। जिले में भाजपा अपना समर्थन बढ़ाने में लगी है और बीजद के कई नेता पार्टी छोड़कर भाजपा का हाथ थाम रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले लोकसभा चुनाव में बीजद के रामचंद्र हांसदा यहां से जीते थे और भाजपा दूसरे नंबर पर रही थी। लोकसभा सीट के साथ विधानसभा की समस्त सीटों पर बीजद का परचम लहराया था। लेकिन पंचायत चुनाव के बाद स्थिति बदली और भाजपा यहां बेहतर प्रदर्शन करने में सफल रही थी। इस लोकसभा सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा का भी अच्छा खासा प्रभाव है। हालांकि 2014 के चुनाव में बीजद ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता सुदाम मरांडी और भादौ हांसदा को अपने दल में शामिल कर लिया था। कूल 14 लाख 70 हजार 414 मतदाता वाले इस संसदीय क्षेत्र पर बीजद और भाजपा दोनों ने फोकस किया हुआ है। मयूरभंज लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली 7 विधानसभा सीटों की बात की जाए तो 7 में से 5 सीट पर भाजपा दूसरे स्थान पर रही थी। केवल सारसकणा और जशीपुर सीट में क्रमश: झारखंड मुक्ति मोर्चा एवं एसयूसीआई ने बीजद को टक्कर देते हुए दूसरा स्थान हासिल किया था। पंचायत चुनाव के बाद बदले समीकरण को आधार बनाकर भाजपा कार्यकर्ता खासे उत्साहित हैं। उन्हें लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता के बल पर भाजपा को यहां जीत मिलेगी। भाजपा ने यहां से विश्वेश्वर टुडू को दलीय उम्मीदवार बनाया है जबकि देवाशीष मरांडी बीजू जनता दल से चुनाव मैदान में हैं। यहां चुनाव के चौथे चरण में आगामी 29 अप्रैल को मतदान होना है।