चौथी शाम कुचीपुड़ी व ओडिशी नृत्य की धूम
अंतरराष्ट्रीय कोणार्क महोत्सव में चौथी शाम को कुचीपुड़ी एवं ओडिशी नृत्य के जरिये देशभक्ति एवं पुराण प्रसंग प्रदर्शित कर कलाकारों ने दर्शकों का दिल जीत लिया।
जासं, भुवनेश्वर : अंतरराष्ट्रीय कोणार्क महोत्सव में चौथी शाम को कुचीपुड़ी एवं ओडिशी नृत्य के जरिए देशभक्ति एवं पुराण प्रसंग प्रदर्शित कर कलाकारों ने दर्शकों का दिल जीत लिया। ओडिशा पर्यटन विभाग की ओर आयोजित इस महोत्सव में चौथी शाम की पहली प्रस्तुति में नृत्यगुरु दंपती राजा एवं राधारेड्डी के संयोजन में कुचीपुड़ी नृत्य में नदी एवं पर्वत भारत भूमि को एक पवित्र तीर्थभूमि के परिचय को प्रदर्शित किया। दूसरे चरण में डॉ. शांतनु कुमार रथ के कलात्मक संरचना, गुरु रामहरि दास के संगीत संयोजन, गुरु राजेंद्र पंडा तथा त्रिधारा अनुष्ठान के कलाकारों ने प्रहलाद नाटक को प्रदर्शित किया। शास्त्रीय रूपांतर पुराण आधारित श्री विष्णु के नृसिंह अवतार को लेकर प्रस्तुत प्रहलाद नाटक की भाषा, वेशभूषा, संगीत, अभिनय ने हर किसी को प्रभावित किया। शाम को अतिथि के तौर पर ओडिशा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश केएस जावेरी, पूर्वतट रेलवे के महाप्रबन्धक विद्याभूषण, पर्यटन विभाग के सचिव विशाल कुमार देव प्रमुख उपस्थित रहकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। डॉ. मृत्युंजय रथ, डॉ. साधना श्रीवास्तव ने मंच संयोजन किया। डॉ. संगीता गोसाईं, पर्यटन अधिकारी विजय कुमार जेना, उत्पल पति, रतिकांत पटनायक, कोणार्क पर्यटन अधिकारी सरोजकांत प्रधान प्रमुख ने उत्सव का संचालन किया।