एसटीएफ की कार्रवाई: मुठभेड़ में गैंगस्टर टीटो को लगी गोली
टीटो के खिलाफ राज्य के विभिन्न थानों में कई संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। टीटो 15 सितंबर 2017 को चौद्वार जेल से जमानत पर रिहा हुआ था।
भुवनेश्वर, जेएनएन। ओड़िशाा के केन्द्रापड़ा सहित विभिन्न जिलों में अपनी बादशाहत के लिए मशहूर कुख्यात गैगेस्टर टीटो उर्फ सयैद उस्मान अली शनिवार को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के एनकाउंटर में बुरी तरह से घायल हो गया। क्राइमब्रांच की स्पेशल टास्क फोर्स ने यह एनकाउंटर किया है। जाजपुर जिला के चंडीखोल के पास यह इनकाउंटर किए जाने की सूचना मिली है। टीटो के बाएं पैर में गोली लगी है। उसे पहले बड़चड़ा अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था।
प्राथमिक इलाज के बाद उसे कटक एससीबी मेडिकल में भर्ती कर दिया गया है। हालांकि टीटो की पत्नी नेपुलिस की इस कार्रवाई को सिर्फ आइवाश बताया है। कहा कि जब वह आपराधिक गतिविधियों में लिप्त था तब वह कुछ नहीं कर पायी। लेकिन जब उसने अपराध की दुनिया की छोड़ दी तब पुलिस की यह कार्रवाई समझ से परे हैं।
टीटो की पत्नी का कहना है कि टीटो शनिवार घर के सामने मौजूद कार्यालय में बैठे थे। करीबन दो बजे उन्हें मैने खाने के लिए बुलाया था। लेकिन इसी समय तीन बाइक से 8 लोग आफिस के सामने पहुंचे। वे उन्हें बुलाकर ले गए। इसके बाद एक गाड़ी आयी। उसमें दो-तीन लोग बैठे थे। वे उन्हें ले जा रहे थे। बाद में हमें पता चला कि टीटो का एनकाउंटर हुआ है। उन्हें आॅफिस से बुलाकर ले जाने की बात घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड है।
गौरतलब है कि टीटो के खिलाफ राज्य के विभिन्न थानों में कई संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। टीटो 15 सितंबर 2017 को चौद्वार जेल से जमानत पर रिहा हुआ था। सैयद उस्मान अली उर्फ टीटो पर दर्ज हैं 38 मुकदमें टीटो के इशारे पर नसीरूद्दीन नामक एक व्यक्ति पर राजकनिका थाना इलाके के लोहामया गांव में 3 अप्रैल 2010 जानलेवा हमला किया गया था। इस मामले में पुलिस भादवि की धारा 307 एवं 34 के तहत आम्र्स एक्ट की धारा 25 एवं 27 के तहत टीटो के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया था।
टीटो के खिलाफ कुल 38 संगीन मामले थे जिसमें से 36 मामले में सबुत न होने से उसे बरी कर दिया गया था। दो मामले में सुनवाई जारी है। कुख्यात सुलेमान हत्या मामले में भी सुनवाई चल रही है। 1989 में अपराध दुनिया में कदम रखने के बाद टीटो का गैंग राज्य बाहर भी सक्रिय बना। वह कई आपराधिक मामलों का षडयंत्र जेल से ही करता है।