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स्वाभिमान के साथ जीने का रास्ता देगा एनएसटीआइ : प्रधान

ओडिशा में बच्चों को प्रशिक्षित कर रोजगार योग्य बनाने समेत उन्हें

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Jul 2018 03:46 PM (IST)Updated: Tue, 17 Jul 2018 03:46 PM (IST)
स्वाभिमान के साथ जीने का रास्ता देगा एनएसटीआइ : प्रधान
स्वाभिमान के साथ जीने का रास्ता देगा एनएसटीआइ : प्रधान

जागरण संवददाता, भुवनेश्वर : ओडिशा में बच्चों को प्रशिक्षित कर रोजगार योग्य बनाने समेत उन्हें स्वाभिमान के साथ जीने का रास्ता तैयार करने के लिए केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है। इसे ध्यान में रखकर ओडिशा में राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण केंद्र (एनएसटीआइ) को स्थापित किया जा रहा है। लौह अयस्क से संपन्न ओडिशा प्रदेश में पर्याप्त जल एवं उर्वरक भूमि है। राज्य के मेहनती एवं बुद्धिजीवी युवा किस प्रकार से अपने अधिकार के साथ रहेंगे, इसका रास्ता एनएसटीआइ से निकलने की बात केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा कौशल विकास मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने कही है।

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सोमवार को कटक के बारंग में राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण प्रतिष्ठान का शिलान्यास करते हुए प्रधान ने कहा कि 21वीं शताब्दी की चुनौतियों को ध्यान में रखकर भारत सरकार की तरफ से इस तरह का अत्याधुनिक प्रतिष्ठान ओडिशा में शुरू किया गया है। इससे जो शिक्षक आइटीआइ के साथ अन्य कौशल क्षेत्र में शिक्षादान कर रहे हैं, उन्हें यहां पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।

प्रधान ने कहा कि बारंग में आज जिस गुरुकुल (एनएसटीआइ) का शिलान्यास हुआ है इससे विष्णु महारणा एवं धर्मपाद जैसे विशिष्ट लोग निकलेंगे। भारत सरकार की तरफ से की गई इस व्यवस्था से ओड़िया बच्चों को भी लाभ मिलेगा। किसी के दान-दक्षिणा नहीं बल्कि खुद के कौशल एवं रोजगार के जरिए ओड़िया बच्चे स्वाभिमान के साथ जी सकेंगे। ओड़िया बच्चों को विश्व दरबार में पहुंचाने में यह यह अनुष्ठान सहायक होगा। प्रधान ने कहा कि बारंग से विश्व दरबार में कुशल व्यक्तियों को भेजने में एनएसटीआइ अग्रणी भूमिका निभाएगी।

उल्लेखनीय है कि कटक के बारंग में 160 करोड़ रुपये के निवेश से 5 एकड़ जमीन में एनएसटीआइ का निर्माण किया जाएगा। यहां पर प्रशिक्षण निदेशालय के अधीन कार्यरत एनएसटीआइ के प्रशिक्षकों के लिए प्रशिक्षण, रिफ्रेशर प्रशिक्षण, पुन: कौशल तथा कौशल बढ़ाने का पाठ्यक्रम, प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम तथा सामान्य सुविधा केंद्र आदि संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा। यहां पर छात्र-छात्रा दोनों के लिए उत्तम हॉस्टल के साथ परीक्षागार की व्यवस्था की जाएगी। अनुष्ठान में पढ़ाई का कार्य जल्द शुरू करने के लिए राष्ट्रीय क्षुद्र शिल्प निगम एवं एनएसटीआइ के बीच करारनामा हस्ताक्षरित किया गया है। केंद्र के शिलान्यास के अवसर पर एमएसएमइ सचिव डॉ. केपी कृष्णन तथा एमएसडीइ के संयुक्त सचिव राजेश अग्रवाल प्रमुख उपस्थित थे।


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