अनुगुल में हाथ नहीं आ रही आदमखोर बाघिन, स्कूल बंद करने की सिफारिश
ओडिशा के अनुगुल जिले के सातकोशिया टाइगर रिजर्व क्षेत्र में आतंक का पर्याय बनी बाघिन सुंदरी तमाम प्रयास के बावजूद वनकर्मियों के हाथ नहीं आ रही है।
संसू, भुवनेश्वर : ओडिशा के अनुगुल जिले के सातकोशिया टाइगर रिजर्व क्षेत्र में आतंक का पर्याय बन चुकी बाघिन सुंदरी तमाम प्रयास के बावजूद वनकर्मियों के हाथ नहीं आ रही है। इससे इलाके के लोगों में खौफ और बढ़ गया है। आलम यह है कि क्षेत्र के बाघमुंडा, टाइंसी और कुमुरी क्षेत्र के करीब 14 स्कूलों के शिक्षकों ने सुरक्षा कारणों से स्कूल बंद करने के लिए ब्लॉक शिक्षाधिकारी को पत्र लिखकर अनुमति मांगी है। शिक्षकों की ओर से बीईओ को लिखे गए पत्र में बताया है कि बाघिन सुंदरी के डर से अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल नहीं छोड़ रहे हैं। अत: स्थिति सामान्य होने तक स्कूलों को बंद रखा जाए।
इधर, आदमखोर बाघिन सुंदरी का खौफ ऐसा बढ़ा हुआ है कि इलाके के लोग अपने खेतों में जाने तक से डर रहे हैं। आसपास के गांवों में लोग बारी-बारी से पहरा देकर रात गुजारने को विवश है। उल्लेखनीय है कि बाघिन सुंदरी अब तक 2 लोगों को अपना शिकार बना चुकी है और कई जानवर मार डाले हैं। बाघिन को ट्रांकुलाईजर के सहारे पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही है।
तालचेर रेंज में गजराजों ने उड़ा रखी है ग्रामीणों की नींद
सातकोशिया टाइगर रिजर्व क्षेत्र में आदमखोर बाघिन के आतंक के बीच तालचेर रेंज में गजराजों ने ग्रामीणों की नींद उड़ा रखी है। दो झुंड में आए हाथी लोगों की फसल बर्बाद करने के साथ घरों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। टीटीपीएस पंड के पास करीब 22 हाथी एवं कंकिली गांव के पास 6 हाथियों का झुंड विचरण करता देखा गया है। ये हाथी फसल बर्बाद तो कर ही रहे हैं, इनसे लोगों को जानमाल के नुकसान का भी भय बना हुआ है। हालांकि हाथियों के झुंड को दोनों जगहों से वापस जंगल में खदेड़ने के लिए वन विभाग एवं पुलिस की तरफ से प्रयास किया जा रहा है।