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Cyclone Amphan भारतीय मौसम विभाग ने तूफान की आंख को देख लगाया इसकी तीव्रता का अनुमान

Cyclone Amphan भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के चक्रवात विभाग के मुख्य आर.के.जेनामणि के अनुसार साइक्लोन एम्फन की आंख का व्यास 30 किमी. है।

By Babita kashyapEdited By: Published: Wed, 20 May 2020 09:38 AM (IST)Updated: Wed, 20 May 2020 09:44 AM (IST)
Cyclone Amphan  भारतीय मौसम विभाग ने तूफान की आंख को देख लगाया इसकी तीव्रता का अनुमान
Cyclone Amphan भारतीय मौसम विभाग ने तूफान की आंख को देख लगाया इसकी तीव्रता का अनुमान

भुवनेश्‍वर, जागरण संवाददाता। तूफान की आंख को देखकर उसकी तीव्रता का अनुमान किया जाता है और सुपर साइक्लोन एम्फन की आंख का व्यास 30 किमी. है। इसके बाहरी हिस्से का आकार तो बहुत बड़ा है, जो कि ओडिशा में प्रवेश कर गया है और भुवनेश्वर समेत पूरे राज्य में इसका प्रभाव देखा जा रहा है। आकाश बादलों से ढक गया है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के चक्रवात विभाग के मुख्य आर.के.जेनामणि ने यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि एम्फन के प्रभाव से आज ओडिशा के तट पर 45 से 55 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है और लगातार इसकी गति बढ़ती ही जायेगी। 

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 जेनामणि ने कहा है कि आज रात में गोपालपुर से 210 किमी. पूर्व में एम्फन अतिक्रम करेगा। बुधवार पूर्वाह्न 11:30 बजे पारादीप से 110 किमी. पूर्व यह गुजरेगा। इसके साथ ही बालेश्वर से अपराह्न में 170 किमी. दूरी से जाएगा। एम्फन पहले से निर्धारित उत्तर-उत्तर पूर्व दिशा में गति करेगा। बुधवार को अपराह्न 3 से शाम 7 बजे के बीच एम्फन सुन्दरवन में लैंडफाल करेगा। लैंडफाल की जगह पर हवा की गति 180 से 200 किमी. प्रति घंटे होगी।

 वर्तमान समय में एम्फन सुपर साइक्लोन के रूप मेें समुद्र में काफी विकराल रूप धारण कर लिया है। समुद्र के अन्दर इस समय 220 से 240 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है। बुधवार सुबह 10 बजे के बाद  ओडिशा के तटीय क्षेत्र में 110  से 120 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। बुलबुल ओडिशा तट के नजदीक से गुजरा था मगर एम्फन थोड़ी दूरी से गुजरेगा।

सामुद्रिक तूफान का मुकाबला करने के लिए पुलिस और प्रशासन तैयार 

भारतीय मौसम विभाग के डीजी मृत्युंजय महापात्र का कहना है कि 1999 सुपर साइक्लोन के बाद बंगाल की खाड़ी में यह दूसरा सुपर साइक्लोन है। उन्होंने बताया कि समुद्र के अंदर 240 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है। बालेश्वर में सौ ग्राम पंचायत के 8891 लोगों को वहां से हटाकर सुरक्षित स्‍थानों पर पहुंचा दिया गया है। जिला प्रशासन ने भी पूरी तरह से अलर्ट होकर किसी भी तरह की अप्रिय घटना से निपटने के लिए  कमर कस ली है। मंगलवार को जिला प्रशासन की ओर से कुल 103 ग्राम पंचायतों के 8891 लोगों को जो कि समुद्र के किनारे या फिर समुद्र के नजदीक वाले गांव में बसे थे। उनका 108 आश्रय स्थलों में रहने का इंतजाम किया गया है। बताया गया है कि इस भयावह सामुद्रिक तूफान का मुकाबला करने के लिए जिला पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से तैयार है।


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