पिपिली पीड़िता पर महारथी की टिप्पणी पर राजनीति तेज, धर्मेन्द्र प्रधान ने की सीबीआइ जांच की मांग
पिपिली दुष्कर्म मामले में राजनीति ने जोर पकड़ लिया है, केन्द्र मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने प्रदीप महारथी द्वारा दिए गए बयान की कड़ी समालोचना की है।
भुवनेश्वर, जेएनएन। पिपिली की दलित नाबालिग बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म मामले में प्रमाण के अभाव में अभियुक्त निर्दोष बरी हो जाने के बाद कृषि मंत्री प्रदीप महारथी द्वारा दिए गए बयान की केन्द्र मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कड़ी समालोचना की है। केन्द्र मंत्री ने बुधवार को अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि उक्त मामले में पीड़िता को न्याय मिलने की बात कहकर मंत्री प्रदीप महारथी ने दुखदायक बयान दिया है।
धर्मेन्द्र प्रधान ने आरोप लगाते हुए कहा है कि सामूहिक दुष्कर्म के बाद मृत्यु का शिकार हुई पीड़िता के दोषी को सजा दिलाने के लिए राज्य सरकार ने योजनाबद्ध तरीके से प्रमाण पेश नहीं किया। महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत स्थान आरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री घड़ियाली आंसू बहाते हैं, मगर मुख्यमंत्री से जानना चाहते हैं कि बेबिना 33 प्रतिशत में आती है या नहीं।
श्री प्रधान ने कहा कि बेबिना मामले में महारथी को मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल से हटाया था। स्थानीय थाना अधिकारी को जांच में लापरवाही के कारण निलंबित किया गया था। आज भी गवाह प्रमाण न देकर दोषी को बचाने में सरकार के सहयोग करने की बात कह खुद पीड़िता के परिवार वाले मीडिया के सामने आरोप लगा चुके हैं। मुख्यमंत्री का महिलाओं के प्रति सामान्य सम्मान है तो फिर इस मामले की जांच वह सीबीआई से कराने की सिफारिश करें।