ओडिशा में चक्रवाती तूफान से धान की फसल को नुकसान, जनजीवन प्रभावित
Cyclone Phethai in odisha. ओडिशा में बारिश के चलते किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है।
जासं, भुवनेश्वर। चक्रवाती तूफान का प्रभाव भले ही ओडिशा में ज्यादा न देखने को मिला है, मगर इस तूफान के चलते चली तेज हवा एवं बारिश ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है।
जानकारी के मुताबिक, अनुगुल जिला के छेण्डीपदा इलाके में पिछले दो दिन से पेथाई तूफान के प्रभाव से बारिश हो रही है। लगातार बारिश से यहां पर सामान्य जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। बारिश के चलते किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। धान की फसल पककर खेतों में तैयार है, ऐसे में इस समय हुई इस बारिश के चलते किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। पके हुए धान के ऊपर बारिश का पानी बह रहा है। ऐसे में फसल बर्बाद हो जाने से किसान सदमे आ गए हैं। बिन मौसम हुई इस बरसात से किसानों की मुसीबत बढ़ गई है।
फसल खेतों में पककर तैयार हो चुकी थी, ऐसे में खेतों में पानी लग जाने से धान की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा सब्जी फसल को भी भारी नुकसान बिन मौसम बारिश के चलते हुआ है। छेण्डीपदा ब्लाक के 34 पंचायत में यह स्थिति देखने को मिली है। अधिकांश धान के खेतों में पानी भर गया है। बारिश के चलते कटे हुए धान भी पानी में डूब गए हैं। ऐसे में सरकार से यथा संभव किसानों की मदद करने के लिए मांग की गई है। यह स्थिति किसी एक इलाके की नहीं है बल्कि तमाम जगहों पर यही स्थिति देखने को मिली है।
वहीं दूसरी तरफ चक्रवाती तूफान के चलते हुई बारिश एवं तेज हवा के बाद अचानक तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे राज्य में ठंड ने भी दश्तक दे दी है। राजधानी भुवनेश्वर में ही पिछले दो दिनों से लोगों ने सूर्य किरणों का दर्शन नहीं किया है। मंगलवार सुबह से ही रुक-रुककर रिमझिम बारिश के साथ ठंडी हवाओं ने लोगों को ठंड का अहसास करा दिया। खुर्दा, कटक, केन्दुझर, जाजपुर, भद्रक आदि शहरों में रिमिझम बारिश ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है। आलम यह हो गया है कि लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो गए हैं। खासकर ग्रामीण इलाकों में स्थिति और खराब हो गई है। सुबह से लेकर दोपहर तक लोग अपने घरों के बाहर अलाव जलाकर बैठे नजर आए। मौसम विभाग की माने तो यह स्थिति अभी कुछ एक दिन जारी रहेगी।