ओडिशा विधानसभा में श्रीमंदिर फंड को Yes Bank में रखे जाने को लेकर हो-हल्ला: सदन की कार्रवाई स्थगित
ओडिशा विधानसभा में महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी के 545 करोड़ रुपये यस बैंक में रखे जाने को लेकर कांग्रेस विधायकों ने जमकर हंगामा मचाया।
भुवनेश्वर, जेएनएन। महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी के 545 करोड़ रुपये यस बैंक (Yes Bank) में रखे जाने को लेकर ओडिशा विधानसभा (Odisha Assembly) में बुधवार को कांग्रेस के विधायकों ने जमकर हंगामा मचाया, जिसके चलते विधानसभा अध्यक्ष सूर्य नारायण पात्र सदन की कार्रवाई को स्थगित करनी पड़ी।
मुख्यमंत्री तथा सदन के नेता नवीन पटनायक द्वारा सदन के तीन दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि प्रस्ताव रखने के साथ सदन कार्रवाई शुरू हुई। मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों दिवंगत हुए पूर्व सदस्य बीर सिपका, बिजय कुमार नायक और प्रहलाद बेहेरा के लिए सदन में शोक प्रस्ताव रखा। इसे नेता विपक्ष प्रदीप्त कुमार नायक एवं कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने समर्थन करते हुए संपृक्त सदस्यों के परिजनों के लिए संवेदना व्यक्त की। नेता विपक्ष प्रदीप्त नायक ने उपरोक्त तीन विधायकों के लिए लाए गए शोक प्रस्ताव का समर्थन करते हुए उनके शोकसंतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना जताई। नरसिंह मिश्र नेता कांग्रेस ने भी सदन के 3 दिवंगत विधायकों के श्रद्धाजंलि प्रस्ताव का समर्थन किया।
गौरतलब है कि दिवंगत विधायक बीर सिपका, 1951 साल में कालाहांडी जिले के धर्मगड में जन्मे थे। वे सन 1995, 2000, 2005 को 3 बार विधायक रहे। पूर्व विधायक वीर सीपका की मृत्यु दिनांक 3 मार्च 2020 को 65 साल की आयु में हुई। उसी तरह 1951 में जन्मे पूर्व विधायक विजय कुमार नायक की दिनांक 26 फरवरी 2020 को 69 साल की उम्र निधन हो गया। वे सन 1995 में जगतसिंहपुर के एरसमा विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे। बौद्ध जिले के हरभंगा में जन्मे दिवंगत प्रहलाद बेहेरा 1977 फुलवाणी से विधायक थे। उनका निधन दिनांक 9 मार्च 2020 को हुआ।
मुख्यमंत्री के शोक प्रस्ताव को पारित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने दिवंगत नेताओं के लिए सदन में 1 मिनट का मौन रखा। शोक प्रस्ताव पारित होने के बाद जैसे ही प्रश्नकाल आरंभ हुआ कांग्रेस के सदस्यों ने श्रीमंदिर के फंड को निजी बैंक में रखने के मुद्दे पर हो हल्ला मचाते हुए सरकार को घेरने का प्रयास किया। तारा प्रसाद बाहिनीपति, मो मुकिम, सुरेश कुमार राउतराय सहित अन्य कांग्रेसी सदस्यों ने वेल में आकर भगवान कालिया का पैसा किसने खाया का नारा देना आरंभ कर दिया। सदन में हो हल्ला को देखते हुए अध्यक्ष ने सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी। उधर नेता विपक्ष ने इस प्रकरण को बीजद-कांग्रेस की मिलीभगत करार देते हुए कहा कि दोनों दल मिलकर सदन की कार्रवाई स्थगित करने का प्लान पिछले कई सत्र से करते आ रहे हैं।
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