सीशोर चिटफंड घोटाला: बीजू जनता दल के दो विधायकों को समन
चिट फंड घोटाले में एक के बाद एक नेता सीबीआइ की जांच के दायरे में आते जा रहे हैं। सीबीआइ ने अब बीजद के दो वरिष्ठ नेता और मौजूदा विधायक को समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है।
भुवनेश्वर, जेएनएन। चुनाव के ठीक पहले हजारों करोड़ रुपये के चिट फंड घोटाले में ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। एक के-बाद-एक उसके नेता सीबीआइ की जांच के दायरे में आते जा रहे हैं। सीबीआइ ने अब मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के करीबी और बीजद के दो वरिष्ठ नेता और मौजूदा विधायक को समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है। चिटफंड घोटाले में इसके पहले भी बीजद के कई नेता गिरफ्तार हो चुके हैं और फिलहाल जमानत पर चल रहे हैं। इसमें मुख्य रूप से बीजद के बांकी विधायक प्रभात त्रिपाठी, मयूरभंज के सांसद रामचन्द्र हांसदा तथा कटक के सदर विधायक प्रभात विश्वाल को सीबीआइ ने गिरफ्तार किया था।
बालेश्वर के सांसद रवींद्र जेना से भी सीबीआइ पूछताछ कर चुकी है। सीबीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अतनु सब्यसाची नायक और अरुण साहू को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। अरुण साहू को सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया था लेकिन वे सीबीआइ के सामने हाजिर नहीं हुए। अब जांच एजेंसी उन्हें नया समन भेजने की तैयारी में है। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यदि एक-दो समन के बाद भी दोनों हाजिर नहीं होते हैं, तो उन्हें गिरफ्तार कर भी पूछताछ की जा सकती है। सीबीआइ के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ओडिशा के सीशोर चिटफंड कंपनी के घोटाले के सिलसिले में इन दोनों से पूछताछ होनी है। जांच में इन दोनों के खिलाफ सीशोर चिटफंड से संबंध के अहम सुबूत मिले हैं। उनके अनुसार घोटाले की जांच अंतिम दौर में है और आरोपितों से पूछताछ के बाद उनके खिलाफ जल्द ही आरोपपत्र दाखिल किया जाएगा।
वहीं बीजद के प्रवक्ता सस्मित पात्र ने कहा है कि यह सूचना हमें मीडिया से मिली है। मीडिया के जरिए यह बात हम सुन रहे हैं, मगर उक्त दोनों नेताओं के पास सीबीआइ नोटिस नहीं पहुंची है। चुनाव आचरण विधि लागू होने वाली है ऐसे में यह सब किया जा रहा है। पात्र ने कहा कि सीबीआई की विश्वसनीयता को आज पूरा देश जान चुका है। सीबीआई ने आज और एक बार बता दिया है कि वह एक राजनीतिक अस्त्र के अलावा और कुछ नहीं है।