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सफलता की कहानी रच रही नवीन की नीतियां: ओड़िशा को एक माह में तिहरी सफलता, नीति आयोग के चेयरमैन ने दी बधाई

ओड़िशा में मुख्यमत्री नवीन पटनायक की नीतियां एवं इसके क्रियान्वयन लगातार सफलता की कहानिया रच रहे हैं। एक ही महीने में तीहरी सफलता ने न सिर्फ देश में बल्कि विश्व मानक पटल पर भी ओड़िशा का मान सम्मान को स्थापित किया है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Mon, 02 Aug 2021 11:18 PM (IST)Updated: Mon, 02 Aug 2021 11:19 PM (IST)
सफलता की कहानी रच रही नवीन की नीतियां: ओड़िशा को एक माह में तिहरी सफलता, नीति आयोग के चेयरमैन ने दी बधाई
ओड़िशा में मुख्यमत्री नवीन पटनायक की नीतियां एवं इसके क्रियान्वयन लगातार सफलता की कहानिया रच रहे हैं।

शेषनाथ राय, भुवनेश्वर! ओड़िशा में मुख्यमत्री नवीन पटनायक की नीतियां एवं इसके क्रियान्वयन लगातार सफलता की कहानिया रच रहे हैं। एक ही महीने में तीहरी सफलता ने न सिर्फ देश में बल्कि विश्व मानक पटल पर भी ओड़िशा का मान सम्मान को स्थापित किया है। महाप्रभु श्री जगन्नाथ की पावन नगरी में 24 घंटे शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित होने के कारण पुरी जिला विश्व मानक पटल पर छा गया है। इस खुशी में एक कड़ी आज उस समय जुड़ गई जब टोकियो ओलंपिक में भारतीय महिला हाकी टीम ने ऐतिहासिक विजय हासिल की।

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इसके साथ ही वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचने के सबसे बड़े उपायों में शामिल टीकाकरण अभियान में भी निर्धारित लक्ष्य का 100 प्रतिशत का लक्ष्य हासिल कर राजधानी भुवनेश्वर राज्य के मान सम्मान में एक सितारा और ज़ड़ दिया। नीति आयोग के सीइओ अमिताभ कांत ने इस सफलता के लिए ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को बधाई दी है।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की योजनाओं के क्रियान्वयन की शैली और दूरदर्शिता लगातार सफलता की नींव रख रहे हैं। भारतीय खेल की परंपरा में लड़खड़ायी भारतीय हाकी टीम को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गोद लेकर एक बड़ी मिशाल कायम की थी, जिसका परिणाम आज टोकियो ओलंपिक के मैदान में पूरी दुनिया ने देखा है। ठीक इसी तरह से बहु प्रतीक्षित शुद्ध पेयजल जल आपूर्ति की योजना का सफल क्रियान्वयन भी पुरी में हो चुका है। इस योजना से सबसे अधिक फायदा वहां के निवासियों के साथ साथ विश्व भर से आने वाले पर्यटकों को भी मिल रहा है। अब यहां इस जिले के लोगों को अपने पीने के लिए पानी का भंडारण तथा उसको फिल्टर करने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है। आज एक सामान्य गरीब नागरिक भी शुद्ध पेयजल की सुविधा का लाभ ले रहा है। ना पुरी के लोगों ने बल्कि देश भर इस योजना के सफल क्रियान्वयन को लेकर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को बधाइयों को मिलने का सिलसिला आज तक जारी है।

इसी बीच कोरोना महामारीके दुसरे दौर में हाटकेक के रूप उभरा भुवनेश्वर में अपने संघर्षों को जारी रखते हुए टीकाकरण के निर्धारित शत प्रतिशत लक्ष्य को हासिल कर चुका है। टीकाकरण केन्द्रों पर आन लाइन प्रक्रिया के साथ साथ आफ लाइन टीकाकरण की व्यवस्था भी सुनिश्चित करायी जा रही है। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं का भी टीकाकरण व्यवस्थित तरीके से सुनिश्चित कराया जा रहा है। टीकाकरण केन्द्रों पर लोगों की सुविधाओं के लिए टेंट लगाए गए हैं तथा गर्मी से राहत दिलाने के लिए वहां पर पंखे भी लटकाए गए हैं। व्यक्तिगत दूरी पालन सुनिश्चित करने के साथ यह अभियान अपने निर्धारित लक्ष्य को हासिल करते हुए अग्रसर है। राजधानी भुवनेश्वर में आज तक कुल 18 लाख 77 हजार 178 लोगों को टीका लगा है।

इसमें से 10 लाख 71 हजार 676 लोगों ने कोरोना का सिंगल डोज लिया है जबकि 8 लाख 5 हजार 502 लोगों ने कोरोना टीका का दोनों डोज ले लिया है। इस आंकड़े में हेल्थ केयर वर्करों में 35 हजार 978 को पहला डोज तथा 30 हजार 42 को दुसरा डोज दिया जा चुका है। इसी तरह फ्रंट लाइन वर्कर में 56 हजार 227 को पहला डोज तथा 47 हजार 463 लोगों को दुसरा डोज दिया जा चुका है। 18 से 44 आयु वर्ग में 5 लाख 76 हजार 145 को पहला डोज एवं 4 लाख 180 को दुसरा डोज दिया जा चुका है। 45 से अधिक आयु वर्ग में 2 लाख 65 हजार 735 को पहला डोज तथा 2 लाख 12 हजार 691 को दुसरा डोज दिया जा चुका है। 60 प्लस वर्ग में 1 लाख 35 हजार 601 को पहला डोज तथा 1 लाख 11 हजार 126 लोगों को दुसरा डोज भी दिया जा चुका है।

राजधानी होने के नाते भुवनेश्वर मे बाहरी लोगों का आना जाना काफी होता है, जिसकी वजह से कोरोना संक्रमण की दृष्टिकोण यह हाटकेक बनी रही और आज भी यहां लाकडाउन की आंशिक पाबंदिया लागू है। राजधानी भुवनेश्वर के साथ साथ आर्थिक नगरी कटक और धार्मिक नगरी पुरी में भी 1 सितम्बर तक साप्ताहिक शट डाउन लागू है। इसके साथ ही रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू की पाबंदियां भी चल रही हैं। हालांकि इन तीनों शहरों को छोड़कर राज्य के सभी इलाकों से साप्ताहिक शट डाउन को हटा दिया गया और सिर्फ नाइट कर्फ्यू की पाबंदिया लागू है। पूरे राज्य भर में कोविड नियमों के अनुसार आर्थिक गतिविधियों को संचालित करते हुए जीवन आजीविका के सामंजस्य स्थापित करने का जद्दोजहद चल रहा है।

मुख्यमंत्री ने इन सफलताओं पर कहा है कि ओडिशा के साढ़े चार करोड़ हमारा परिवार है और हमारे लिए हर जीवन बहुमूल्य है। हम अपने परिवार के लिए कार्य करते रहेंगे। इसके साथ ही उन्होंने आज अपने निवास स्थल पर बैठकर हाकी इंडिया को देखकर गदगद हुए और जैसे जीत हासिल हुई उन्होंने ट्वीट कर खुशी का इजहार किया और टीम को जीत की बधाई दी।


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