कथाकार अर्चना को भंजभारती जयदेव षाड़ंगी सम्मान
स्थानीय जयदेव भवन में आयोजित भुवनेश्वर भंज भारती साहित्य समारोह में पहले दिन कवि सम्राट उपेंद्र भंज एवं स्वभावकवि गंगाधर मेहेर की कृतियों पर चर्चा हुई।
संसू, भुवनेश्वर : स्थानीय जयदेव भवन में आयोजित भुवनेश्वर भंज भारती साहित्य समारोह में पहले दिन कवि सम्राट उपेंद्र भंज एवं स्वभावकवि गंगाधर मेहेर की कृतियों पर चर्चा हुई। रामकथा से संबंधित भंज के महाकाव्य वैदेहिश विलास और मेहेर की तपस्विनी का तुलनात्मक विवरण प्रस्तुत करते हुए कृष्ण केशव षाड़ंगी ने कहा कि दोनों की लेखनी ने ओड़िया साहित्य को समृद्ध किया है। दोनों के रचनाकाल में लगभग 100 से ज्यादा साल का अंतर होने के बावजूद ऐसा प्रतीत होता है कि दोनों एक-दूसरे के पूरक थे। विशेष कर रामकाव्य धारा में रचित दोनों की रचनाओं के विभिन्न प्रसंग में जो वर्णन हुआ है उनमें काफी समानता देखी जाती है। षाड़ंगी ने कवि सम्राट उपेंद्र भंज और गंगाधर मेहेर के काव्य संसार पर अधिक अनुसंधान किए जाने की बात कही। इस मौके पर सम्मानित वक्ता के तौर पर आमंत्रित ओड़िया प्राध्यापक दुर्गामाधव नंद ने वैदेहिश विलास पर विस्तार से तथ्य रखे। कथाकार अर्चना नायक को भंजभारती जयदेव षाड़ंगी स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया।