ओडिशा में बिहार का असलहा तस्कर गिरफ्तार
चोरी-छिपे असलहा कारोबार करने के आरोप में बिहार के एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।ये युवक भुवनेश्वर में चोरी-छिपे असलहा कारोबार करता था।
भुवनेश्वर, जेएनएन। राजधानी भुवनेश्वर में चोरी-छिपे असलहा कारोबार करने के आरोप में बिहार के एक युवक को कमिश्नरेट पुलिस के विशेष दस्ते ने गिरफ्तार किया है। मूलरूप से बिहार के बैशाली जिला के हाजीपुर पोखामाल का रहने वाला आरोपित सुजीत कुमार दास (19) राजधानी भुवनेश्वर के साथ-साथ खुर्दा, पुरी, जगत¨सहपुर में अपराधियों को असलहा एवं गोली सप्लाई करता था। आरोप है कि इसी के द्वारा सप्लाई असलहों से पुरी एवं खुर्दा में एकाधिक गोलीकांड हुए और कई लोगों की जान गई है।
पुलिस सूत्र के अनुसार, आरोपित सुजीत खुर्दा जिला के सामंतरापुर मंगलासाही के अजीत महापात्र उर्फ बापी (32) के साथ भुवनेश्वर बुद्ध नगर इलाके में पिस्तौल बेचने के लिए ग्राहक के पास जा रहे थे तभी लक्ष्मीसागर थाना पुलिस की मदद से इन्हें पकड़ा गया। इनके पास से पिस्तौल और गोली भी जब्त की गई है। ये दोनों बिहार के मुंगेर इलाके से अवैध असलहे लाकर यहां पर पिछले काफी दिनों से बेच रहे थे। जांच में यह भी पता चला है कि सुजीत का सहयोगी बापी पहले दो बार गोलीबारी के मामले में जेल जा चुका है।
वर्ष 2017 में खुर्दा में गोलीबारी एवं 2016 में लक्ष्मीसागर इलाके में हुई गोलीबारी का वह मुख्य अभियुक्त था। मुंगेर में बैठा है मास्टर माइंड एसीपी संजीव शतपथी के अनुसार, बिहार के मुंगेर से भुवनेश्वर में अवैध असलहा आने की बात कही जा रही थी, मगर पुलिस के पास मुंगेर ¨लक को लेकर कोई प्रमाण नहीं था। पुलिस इस पर नजर रखे हुए थी। पिछले दिनों कैपिटल थाना, रेलवे थाना, पुरी से गिरफ्तार होने वाले कुछ युवकों से मुंगेर लिंक के बारे में सुराग मिला। जिसके बाद सुजीत दास व उसके सहयोगी अजीत महापात्र उर्फ बापी को पकड़ा गया। हालांकि बिहार के मुंगेर में बैठे अवैध असलहा कारोबार के मास्टर माइंड के बारे में पुलिस ने कोई जानकारी नहीं दी है।
एसीपी ने कहा कि बापी इनका दलाल था। राजधानी समेत राज्य के किसी भी जगह पर असलहा की जरूरत पड़ने पर बापी को खोजा जाता था। बापी मुंगेर में बैठे मास्टर माइंड से संपर्क करता था और इसके बाद सुजीत के जरिए असलहा राजधानी पहुंचती थी। दोगुने दाम में बेचते थे असलहा बिहार से असलहा 25 हजार रुपये में खरीद कर बापी यहां पर 45 से 50 हजार रुपये में बेचता था। गोली भी 200 रुपये में खरीदकर 500 रुपये में बिक्री की जाती थी। इसके बदले बापी को अच्छा खासा कमीशन मिलता था। सुजीत को 2 से 3 हजार रुपये के साथ उसके आने-जाने का खर्चा देता था। बापी का आदेश मिलने के बाद सुजीत असलहा लेकर यहां पहुंचता था। पूछताछ में सुजीत ने बताया कि वह केवल एक माध्यम है।
मुंगेर में मुखिया के होने की बात उसने पुलिस के सामने कबूल की है। एसीपी शतपथी ने कहा है कि बहुत जल्द बिहार में बैठे अवैध असलहा कारोबार के सरगना को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। एक साल में जब्त किए 18 असलहे : कमिश्नरेट पुलिस के स्पेशल स्क्वॉयड (पुलिस का विशेष दस्ता) में योगदान देने के बाद एसीपी संजीव शतपथी ने एक साल में 5 से अधिक चोरी छिपे अवैध असलहा कारोबार करने वाले रैकेट का पर्दाफाश करने के साथ 18 असलहे जब्त किए हैं। साथ ही 21 चोरी असलहा व्यापारी को भी विशेष दस्ते ने गिरफ्तार किया है।