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विश्वस्तर पर शुरू हुआ आर्ट ऑफ गिविग का वार्षिकोत्सव

विश्व स्तर पर आर्ट ऑफ गिविग का छठा वाíषक उत्सव शुक्रवार से शुरू हुआ।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 May 2019 05:43 PM (IST)Updated: Sun, 19 May 2019 06:40 AM (IST)
विश्वस्तर पर शुरू हुआ आर्ट ऑफ गिविग का वार्षिकोत्सव
विश्वस्तर पर शुरू हुआ आर्ट ऑफ गिविग का वार्षिकोत्सव

जासं, भुवनेश्वर : विश्व स्तर पर आर्ट ऑफ गिविग का छठा वाíषक उत्सव शुक्रवार से शुरू हुआ। एक सप्ताह तक चलने वाला यह उत्सव भारत के साथ-साथ विश्व के 120 देशों के 20 हजार केंद्रों में मनाया जा रहा है। इस साल उत्सव का विषय 'खुशी का बैग' रखा गया है। सभी के लिए शिक्षा के लक्ष्य को लेकर लोगों के योगदान एवं उनकी भागीदारी इस विषय का मुख्य उद्देश्य है। इसमें लोगों के पाठ्यक्रम जैसे कॉपी, पेंसिल, रबर, कटर, कलम आदि संग्रह कर बच्चों में बांटा गया। इस साल पहली बार यूनेस्को एवं महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ एजूकेशन फॉर पीस एंड सस्टेनेबल डेवलेपमेंट ने भी आर्ट ऑफ गिविंग के साथ हाथ मिलाया है। खुशी के बैग दान के माध्यम से ओडिशा के 40 लाख लोगों के साथ पूरी दुनिया में एक करोड़ लोग इस साल इस उत्सव में शामिल होने की जानकारी डॉ. अच्यूत सामंत ने दी है। बताया है कि आर्ट ऑफ गिविग एक दर्शन है जो कि जाति, वर्ण, धर्म एवं लिग से हटकर समाज में लोगों के बीच खुशी एवं शांति का प्रचार प्रसार करती है। डॉ. सामंत के बचपन के दुख भरे दिन एवं वर्तमान के आवेग को लेकर आर्ट ऑफ गिविग को शुरू किया गया है। डॉ. सामंत ने कहा कि कीस-कीट आर्ट ऑफ गिविग के श्रेष्ठ उदाहरण हैं। 27 साल से कीट एवं कीस में आर्ट ऑफ गिविग मनाया जा रहा है। कीट दान करता है और कीस ग्रहण करता है तथा कीस के सभी बच्चों के चेहरे पर रौनक लौट आती है, यही आर्ट ऑफ गिविग है।

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