ओस्टा ने दी राज्य सरकार को चेतावनी
पूर्ण अनुदान वाले विद्यालयों को सरकारी विद्यालय की मान्यता दिए जाने की मांग को लेकर शिक्षकों ने हुंकार भरी है।
संसू, भुवनेश्वर : पूर्ण अनुदान वाले विद्यालयों को सरकारी विद्यालय की मान्यता दिए जाने की मांग को लेकर शिक्षकों ने हुंकार भरी है। आगामी 22 फरवरी से राज्य में मैट्रिक की परीक्षा होने वाली है। इसके बाद मार्च के पहले सप्ताह में प्लस-2 की परीक्षाएं कराई जाएंगी। ऐसे में शिक्षकों के आंदोलन को लेकर सरकार की ¨चता बढ़ गई है। ओडिशा माध्यमिक स्कूल शिक्षक संघ (ओस्टा) ने सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए परीक्षा का विरोध करने की चेतावनी दी है। ओस्टा के साधारण संपादक प्रकाश चंद्र महांती का आरोप है कि पूर्ण सरकारी अनुदान पाने वाले राज्य के 648 स्कूलों को सरकारी विद्यालय की मान्यता देने का आंदोलन 24 साल से चल रहा है। मगर सरकार विभिन्न समय पर तरह-तरह का आश्वासन देकर आंदोलन को दिगभ्रमित करने का प्रयास कर रही है। पहले तो सरकार ने ब्लाकग्रांट का प्रचलन किया मगर शिक्षकों की नौकरी शर्त में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया जिससे उन्हें सरकारी शिक्षकों को मिलने वाली सुविधा से वंचित होना पड़ा है। अब अनेक शिक्षक पुरानी शर्त पर ही रिटायर हो रहे हैं जिन्हें पेशन आदि सुविधा से वंचित होने की आशंका है। अत: सरकार को चाहिए कि पूर्ण सरकारी अनुदान प्राप्त विद्यालयों के शिक्षकों को पदोन्नति सहित सरकारी शिक्षकों को मिलने वाली सभी सुविधाएं प्रदान की जाएं। अन्यथा परीक्षा के समय असहयोग करने के लिए शिक्षक संघ बाध्य हो जाएगा।