भुवनेश्वर की भी हवा हो रही है जहरीली
विशेषज्ञों का मानना है कि हवा में पीएम-10 की मात्रा का बढऩा हर किसी के लिए समस्या खड़ी कर सकता है।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। वायु प्रदूषण से केवल दिल्ली एनसीआर ही पीडि़त नहीं है अपितु राजधानी भुनेश्वर की हवा भी अब जहरीली होने लगी है। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सूत्रों के अनुसार वायु मंडल में पीएम-10 की मात्रा शनिवार को 236 तक पहुंच गई। सामान्य स्थिति में यह 100 माईक्रोग्राम पर मीटर क्यूब रहना चाहिए।
इससे पता चलता है कि भुवनेश्वर की हवा में भी जहर घुलना आरंभ हो गया है। शहर के वायुमंडल में पीएम-10 की मात्रा इस कदर बढ़ जाना बताता है कि हवा सांस लेने लायक नहीं है। सांस रोगी, हृदय रोगी और लीवर की समस्या से पीडि़त रोगियों के लिए यह हवा अत्यंत खतरनाक मानी गई है। इसके अलावा बच्चे और बुजुर्र्गों के लिए भी स्थिति अनुकूल नहीं कही जा सकती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि हवा में पीएम-10 की मात्रा का बढऩा हर किसी के लिए समस्या खड़ी कर सकता है। ऐसे वातावरण में आवश्यक काम न होने पर बाहर घूमना हानिकारक हो सकता है। एयरक्वॉलिटी इंडेक्स (एआइक्यू) के अनुसार पिछले 13 और 14 नवंबर को भी हवा में पीएम-10 का स्तर सामान्य से कहीं अधिक पाया गया था। 13 नवंबर को 125 एवं 14 नवंबर को यह 154 माइक्रो ग्राम था। नियमानुसार यह 0 से 50 माइक्रो ग्राम रहने पर स्वस्थ्य, 50 से 100 के मध्य रहने पर मध्यम, 100 से 150 के मध्य संवेदनशील और 150 से ऊपर रहने से खतरनाक माना जाता है।
राजधानी क्षेत्र में गाडिय़ों की संख्या तेजी से बढऩा, हवा में पीएम-10 की मात्रा वृद्धि का कारण बताया जा रहा है। इन दिनों शहर के लगभग हर चौराहे पर वाहनों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं जो चिंता का विषय है। इससे न केवल यातयात की समस्या उत्पन्न हो रही है अपितु वायुमंडल भी प्रदूषित हो रहा है।
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