Move to Jagran APP

सारथी बाबा को सशर्त जमानत मिलने के बाद, दो खेमे में बंटे लोग Bhubaneswar news

सारथी बाबा उर्फ संतोष राउल को हाईकोर्ट से सशर्त जमानत मिलने के बाद ओड़िया समाज के लोग दो खेमे में बंटे नजर आ रहे है।

By Babita kashyapEdited By: Published: Wed, 24 Jul 2019 12:31 PM (IST)Updated: Wed, 24 Jul 2019 12:31 PM (IST)
सारथी बाबा को सशर्त जमानत मिलने के बाद, दो खेमे में बंटे लोग  Bhubaneswar news
सारथी बाबा को सशर्त जमानत मिलने के बाद, दो खेमे में बंटे लोग Bhubaneswar news

भुवनेश्वर, जेएनएन। सारथी बाबा उर्फ संतोष राउल को हाईकोर्ट से सशर्त जमानत मिलने के बाद उनको लेकर समाज के लोगों में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली है। इस मामले में ओड़िया समाज दो खेमे में बंटा नजर आ रहा है। कुछ लोगों का कहना है कि सारथी बाबा को केंद्रापाड़ा में कदम नहीं रखने दिया जाएगा तो वहीं कुछ लोगों ने कहा है कि बाबा को झूठे आरोप में फंसाया गया था। हम उनका स्वागत करेंगे।

loksabha election banner

जानकारी के मुताबिक स्टेट प्रोगेसिव ओमेन फोरम की अध्यक्षा ममता सामन्तराय ने कहा है कि सारथी बाबा का जेल से छूटना दुर्भाग्यपूर्ण है। उसके कारनामे को पूरे राज्य के लोग जानते हैं। इस ढोंगी व्यक्ति से पूरे राज्य को लोग घृणा करते हैं। उसे लोग केंद्रापाड़ा में घुसने नहीं देंगे। यदि वह यहां आकर फिर अपनी

लीला शुरू करता है तो फिर महिलाएं सड़क पर उतरने को मजबूर हो जाएंगी।

वहीं, अन्य एक महिला तथा बारीमूल की निवासी चन्द्रकांति पात्र ने कहा है कि सारथी बाबा धर्म के साथ हैं। इसीलिए धर्म की विजय हुई है। बाबा के आने पर हम उन्हें स्वीकार करेंगे। हमें उनसे काफी लाभ हुआ है। बारीमूल के ही अन्य एक व्यक्ति ने कहा कि बिना की किसी दोष के बाबा को जेल में डाल दिया गया था।

हमारा बेटा हमारे घर आना चाहिए। 

हमारे घर में आज भी बाबा की पूजा की जाती है। गौरतलब है कि सारथी बाबा खिलाफ बारीमूल आश्रम की मां एवं बेटी की तरफ से तीन मामला दायर कराया गया था। जिसमें सारथी बाबा को जेल की हवा खानी पड़ी। सोमवार को हाईकोर्ट ने उनको दो लाख रुपये के दो जमानतदार के आधार पर सशर्त जमानत दी है।

हाईकोर्ट ने संबंधित मामले के गवाहों को प्रभावित नहीं करने का स्पष्ट निर्देश दिया है। हाईकोर्ट ने कहा है कि निचली अदालत यदि चाहती है तो मामले में और अधिक शर्त रख सकती है। उल्लेखनीय है कि सारथी बाबा पिछले तीन साल से चौद्वार जेल में बंद था। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.