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गरीब बच्चों का निजी स्कूलों में पढ़ने का सपना होगा साकार, ओडिशा सरकार ने किया 25 प्रतिशत आरक्षण अनिवार्य

ओडिशा सरकार ने निजी स्कूलों में गरीब बच्चों को पढ़ाई करने के लिए 25 प्रतिशत आरक्षण व्यवस्था को अब अनिवार्य कर दिया है। सरकार के इस फैसले के बाद अब गरीब बच्‍चों का निजी स्‍कूलों में पढ़ने का सपना सच हो जाएगा।

By Babita KashyapEdited By: Published: Sat, 20 Feb 2021 03:08 PM (IST)Updated: Sat, 20 Feb 2021 03:08 PM (IST)
गरीब बच्चों का निजी स्कूलों में पढ़ने का सपना होगा साकार, ओडिशा सरकार ने किया 25 प्रतिशत आरक्षण अनिवार्य
गरीब बच्चों का निजी स्कूलों में शिक्षा ले सकेंगे

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। निजी स्कूल जहां पर बड़े-बड़े पैसे वाले घरों के बच्चे पढाई करते हैं, उन स्कूलों में गरीब बच्चों के लिए प्रवेश करना भी सपने के सामान होता था, मगर अब ऐसा नहीं होगा। क्योंकि ओडिशा सरकार ने निजी स्कूलों में गरीब बच्चों को पढ़ाई करने के लिए 25 प्रतिशत आरक्षण व्यवस्था को अब अनिवार्य कर दिया है। सरकार के इस कदम से मेधावी होने के बावजूद आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण जो बच्चे इन स्कूलों में चाहकर भी दाखिला नहीं ले पा रहे थे अब वे आसानी से दाखिला भी ले पाएंगे और पढ़ाई कर अपने सपने को भी साकार करेंगे।

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 सरकार ने ओडिशा के सभी निजी स्कूल में अब संरक्षण व्यवस्था को अनिवार्य कर दिया गया है। निजी स्कूलों में गरीब छात्र-छात्राओं के लिए 25 प्रतिशत स्थान आरक्षित किए जाने की जानकारी राज्य विद्यालय एवं शिक्षा मंत्री समीर रंजन दास ने दी है। मंत्री ने कहा कि इसके लिए आन लाईन में व्यवस्था की गई है। आन लाइन व्यवस्था के जरिए दाखिला के लिए इंडस ऐक्शन संस्था के साथ राज्य सरकार ने करारनामा किया है। 24 फरवरी को इस व्यवस्था का शुभारंभ किया जाएगा। इसके बाद 25 फरवरी से छात्र-छात्रा ऑनलाइन में आवेदन कर पाएंगे। इसके साथ ही 9965 जूनियर शिक्षकों को नियमित किए जाने की जानकारी भी मंत्री ने दी है।


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